जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (सोमवार) एक ऐतिहासिक जेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन किया। इस सुरंग का उद्घाटन जम्मू-कश्मीर में पर्यटन, यातायात और स्थानीय विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। पीएम मोदी ने उद्घाटन के दौरान कहा कि यह सुरंग सिर्फ एक परियोजना नहीं है, बल्कि यह एक बड़ी सौगात है जो इस क्षेत्र की जनता और पर्यटकों के लिए विशेष महत्व रखती है।
6.5 किलोमीटर लंबी सुरंग अब बन गई है ऐतिहासिक स्थल
यह 6.5 किलोमीटर लंबी सुरंग, सोनमर्ग से गगनगीर के बीच स्थित है और इसने उस मार्ग को आसान बना दिया है, जो पहले भूस्खलन और हिमस्खलन के खतरे से भरा था। इस सुरंग के खुलने के बाद अब पर्यटकों के लिए सोनमर्ग का दौरा सालभर संभव हो सकेगा, जो पहले मौसम की वजह से मुश्किल था। यह सुरंग दो लेन वाली है और इसमें इमरजेंसी के लिए समानांतर 7.5 मीटर चौड़ा निकासी मार्ग भी बनाया गया है। यह सुरंग समुद्र तल से 8,650 फुट की ऊंचाई पर स्थित है, और अब यह लेह के रास्ते श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच सालभर ट्रांसपोर्ट के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा।
पीएम मोदी ने कहा- “सोनमर्ग टनल से जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को मिलेगा जोरदार फायदा”
प्रधानमंत्री मोदी ने सुरंग के उद्घाटन के दौरान कहा, “हमारी सरकार बनने के बाद 2015 में सोनमर्ग सुरंग के निर्माण का काम शुरू हुआ था और मुझे खुशी है कि इसे हमारे कार्यकाल में पूरा किया गया।” उन्होंने यह भी कहा कि इस सुरंग के निर्माण से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की एक पुरानी मांग पूरी हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 10 सालों में जम्मू-कश्मीर में अमन और तरक्की का जो माहौल बना है, उसका लाभ टूरिज्म सेक्टर को मिला है। 2024 में जम्मू-कश्मीर में 2 करोड़ से अधिक पर्यटक आए, और यहां सोनमर्ग में भी 10 साल में पर्यटकों की संख्या 6 गुना बढ़ी है।
जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए एक बड़ी सौगात
पीएम मोदी ने सुरंग के उद्घाटन के दौरान कहा, “यह सुरंग जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विकास के लिए एक बड़ी सौगात है। यहां के लोगों की पुरानी मांग पूरी हुई है, और यह उनकी मेहनत और संघर्ष का परिणाम है।” उन्होंने यह भी कहा कि सुरंग के निर्माण के दौरान कई श्रमिकों ने अपनी जान गंवाई, लेकिन उनका हौसला कभी कम नहीं हुआ और वे इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में सफल हुए।
करीब 3,000 करोड़ रुपये की लागत से बनी सुरंग
सोनमर्ग में बने इस जेड-मोड़ सुरंग के निर्माण पर करीब 2,716.90 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। पीएम मोदी ने उद्घाटन के बाद सुरंग के अंदर जाकर परियोजना से जुड़े अधिकारियों से बात की और श्रमिकों से मुलाकात की, जिन्होंने इस सुरंग के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी उपस्थित थे।
सुरंग की निर्माण प्रक्रिया में एक दशक की देरी
यह सुरंग 2015 में निर्माण के लिए शुरू हुई थी, लेकिन इसमें 2016-17 में पूरा होने का अनुमान था। हालांकि, इस परियोजना को पूरा होने में करीब एक दशक का वक्त लगा। सुरंग के निर्माण में देरी की वजह शुरुआती कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज की वित्तीय संकट था, जिसके कारण 2018 में कंपनी ने अपना काम बंद कर दिया था। इसके बाद, अन्य कंपनियों ने इस परियोजना को पूरा किया।
जम्मू-कश्मीर में बदलते हालात और टूरिज्म सेक्टर में सुधार
प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर में बदलते हालात का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “आज लोग रात के समय लाल चौक पर आकर आइसक्रीम खाने जा रहे हैं और वहां भी रौनक रहती है, जो पहले संभव नहीं था।” पीएम मोदी ने यह भी कहा कि इस बदलाव का सबसे बड़ा लाभ टूरिज्म सेक्टर को मिल रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और आर्थिक लाभ मिल रहा है।