भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच शुक्रवार शाम द्विपक्षीय बैठक हुई। इस बैठक में दोनों ही राष्ट्र प्रमुखों ने दोनों देशों के बीच घनिष्ठ और स्थायी साझेदारी की सराहना की। मोदी और बाइडन ने द्विपक्षीय संबंधों की गति और तेज करने पर सहमति जताई। अमरीकी ने खुलकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की स्थायी सदस्यता की वकालत की। कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई है, व्यापार पर भी गहन मंथन हुआ है। बड़ी बात ये है कि दोनों ही नेताओं की मुलाकात काफी गर्मजोशी से भरी रही।
बैठक में पीएम मोदी और बाइडन दोनों देशों के बीच व्यापार से लेकर रक्षा और स्पेस रिसर्च को लेकर भी कई समझौते हुए। बाइडेन ने इस दौरान जी-20 (G-20) पर भारत के नेतृत्व की सराहना की। इस मीटिंग में जून में मोदी की वॉशिंगटन की राजकीय यात्रा के दौरान अभूतपूर्व उपलब्धियों को लागू करने में हुई प्रगति की सराहना भी की गई।
— भारत और अमरीका ने कहा कि वे जी20 शिखर सम्मेलन में सतत विकास, बहुपक्षीय सहयोग और समावेशी आर्थिक नीतियों को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगे।
— अमरीका ने कहा है कि भारत में अगले पांच सालों में 400 मिलियन अमरीकी डॉलर का निवेश किया जाएगा। इसके अलावा UNSC पर भारत की स्थाई सदस्यता के लिए अमेरिका ने अपनी तरफ से पैरवी कर दी है।
— मोदी और बाइडन ने यह भी कहा कि वे अंतरिक्ष और नवीन प्रौद्योगिकियों पर सहयोग बढ़ाएंगे और रक्षा और उच्च तकनीक व्यापार में बाधाओं को दूर करेंगे।
— दोनों नेताओं ने यह भी कहा कि वे ग्रह बचाव पर समन्वय बढ़ाएंगे और अगली पीढ़ी के छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर प्रौद्योगिकियों के विकास पर चर्चा करेंगे।
— मोदी और बाइडन नेताओं ने कहा कि साझा मूल्यों जैसे स्वतंत्रता, लोकतंत्र, मानवाधिकार, समावेश, बहुलवाद और सभी नागरिकों के लिए समान अवसर दोनों देशों की सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं।
— भारत और अमरीका के बीच कुछ रक्षा सौदे भी हुए हैं। अमेरिका भारत को आने वाले सालों में 31MQ-9B आर्म्ड ड्रोन्स देने वाला है।