प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों दो दिवसीय दौरे पर मॉरीशस में हैं। इस दौरान उन्होंने मॉरीशस के राष्ट्रपति धरम गोखुल और उनकी पत्नी से मुलाकात की। मुलाकात सिर्फ औपचारिक नहीं थी, बल्कि पीएम मोदी ने अपने अंदाज में कुछ खास तोहफे भी दिए, जो भारत की संस्कृति और विरासत की झलक दिखाते हैं।
क्या-क्या मिला मॉरीशस के राष्ट्रपति और उनकी पत्नी को?
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति धरम गोखुल को महाकुंभ का पवित्र जल भेंट किया, जिसे तांबे और पीतल के बर्तन में लाया गया था। यह जल भारत की आध्यात्मिकता और सनातनी संस्कृति का प्रतीक है।
साथ ही, उन्होंने बिहार का मशहूर मखाना भी उपहार में दिया, जो न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि भारतीय खान-पान का अहम हिस्सा भी है।
मॉरीशस की प्रथम महिला यानी राष्ट्रपति की पत्नी को पीएम मोदी ने बनारसी साड़ी गिफ्ट की। बनारसी साड़ी भारतीय विरासत का प्रतीक मानी जाती है, जिसे अपनी रेशमी बनावट, ब्रोकेड और जरी के शानदार काम के लिए जाना जाता है। इस साड़ी के साथ ही पीएम मोदी ने गुजरात से आया साडेली बॉक्स भी भेंट किया। यह एक खास तरह का बॉक्स होता है, जिसमें जड़ाऊ काम किया जाता है। इसका इस्तेमाल महंगी साड़ियां, गहने या यादगार चीजें रखने के लिए किया जाता है।
मॉरीशस में पीएम मोदी का जबरदस्त स्वागत
पीएम मोदी जब मॉरीशस पहुंचे, तो वहां उनका भव्य स्वागत हुआ। सबसे खास बात यह रही कि वहां के लोग अपनी सांस्कृतिक विरासत से जुड़े गीत और गवई के जरिए उन्हें सम्मान दे रहे थे। पीएम मोदी ने इसे लेकर एक पोस्ट भी किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “मॉरीशस में यादगार स्वागत भइल। सबसे खास रहल गहिरा सांस्कृतिक जुड़ाव, जवन गीत-गवई के प्रदर्शन में देखे के मिलल। ई सराहनीय बा कि महान भोजपुरी भाषा मॉरीशस के संस्कृति में आजुओ फलत-फूलत बा।”
पीएम मोदी ने की विशेष मुलाकातें
मॉरीशस के राष्ट्रपति से मुलाकात के अलावा पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों और विभिन्न विकास परियोजनाओं पर चर्चा हुई। इसके अलावा दोनों ने सर शिवसागर रामगुलाम बोटैनिकल गार्डन में पौधरोपण भी किया। यह गार्डन मॉरीशस की वानस्पतिक विरासत और जैव विविधता के संरक्षण का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ सर शिवसागर रामगुलाम बोटैनिकल गार्डन गया। यह बोटैनिकल गार्डन बेहतरीन है। यहां जैव विविधता का जीवंत संग्रह है, जो मॉरीशस की वानस्पतिक विरासत और संरक्षण प्रयासों को दिखाता है।”
‘मां के नाम एक पेड़’ अभियान में लिया हिस्सा
मॉरीशस में पीएम मोदी ने ‘मां के नाम एक पेड़’ अभियान में भी भाग लिया। उन्होंने इस पहल को लेकर लिखा, “मैं अपने मित्र प्रधानमंत्री डॉ. नवीन रामगुलाम के एक पेड़ मां के नाम अभियान में हिस्सा लेने से अभिभूत हूं। ये प्रकृति, मातृत्व और स्थिरता के प्रति आभार प्रकट करने की पहल है। उनका समर्थन एक हरित एवं बेहतर भविष्य के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है।”
भारत और मॉरीशस के बीच मजबूत रिश्ता
भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध काफी गहरे हैं। मॉरीशस में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं और भोजपुरी भाषा आज भी वहां जीवंत है। पीएम मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो रही है।