पीएम नरेंद्र मोदी ने बीजेपी पर लग रहे ध्रुवीकरण के आरोप का दिया सीधा जवाब

पीएम नरेंद्र मोदी ने बीजेपी पर लग रहे ध्रुवीकरण के आरोप का दिया सीधा जवाब

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने बीजेपी पर लग रहे ध्रुवीकरण के आरोप पर सीधा जवाब दिया है। पीएम मोदी ने न्यूज18 से एक इंटरव्यू में कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण देने का कानून लाकर कांग्रेस ने संविधान का उल्लंघन किया है। मोदी अपने उस बयान पर भी कायम हैं कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमों का है। उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन करने वालेे विपक्षी नेताओं पर से केस हटाने के आरोपों पर भी अपनी बात रखी।

अपने इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि वो समान नागरिक संहिता यानी यूसीसी लागू करने की प्रतिबद्धता पर अडिग हैं। मोदी ने कहा कि समुदायों के लिए अलग-अलग कानून समाज के लिए घातक हैं। पीएम ने कहा कि ऐसा राष्ट्र नहीं बन सकते, जहां संविधान की मदद से एक समुदाय तरक्की करे और तुष्टीकरण के कारण अन्य समुदाय आगे न बढ़ सकें। मोदी ने ये भी कहा कि हमारा लक्ष्य 400 से ज्यादा सीटें जीतना है। मोदी ने इसकी वजह ये बताई कि इतनी सीटें जीतकर केंद्र में तीसरी बार सरकार बनाकर एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण और उनका हक छीनकर अपने वोटबैंक को देने के विपक्षी दलों के मंसूबों को नाकाम किया जा सके।

पीएम मोदी ने अपने इंटरव्यू में कहा कि उनको लगता है कि वेल्थ रिडिस्ट्रीब्यूशन और विरासत टैक्स असल में समाधान नहीं, खतरनाक है। मोदी ने कहा कि अगर सरकार वेल्थ रिडिस्ट्रीब्यूशन के नाम पर आपका धन छीन ले, तो क्या कोई दिन-रात कड़ी मेहनत से काम करेगा? अपने इंटरव्यू में मोदी ने कहा कि ये विपक्ष के लिए अपने वोट बैंक को खुश करने का तरीका है। इससे सांप्रदायिक सौहार्द को भी खतरा है।

पीएम ने इंटरव्यू में कहा कि जब कांग्रेस वेल्थ रिडिस्ट्रीब्यूशन की बात करती है, वो अल्पसंख्यकों की संपत्ति को नहीं छुएगी। उन्होंने कहा कि धन के बंटवारे के लिए कांग्रेस वक्फ बोर्ड की संपत्ति की तरफ देख नहीं सकती, लेकिन दूसरे समुदायों की संपत्ति पर उसकी नजर रहेगी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरफ से संपत्तियों का सर्वे कराने के बयान पर भी मोदी ने निशाना साधा। उन्होंने इसे नक्सली विचारधारा बताया और कहा कि इससे हर घर में छापे पड़ेंगे। बीजेपी की सरकार बनने पर संविधान को बदलने के आरोपों पर पीएम मोदी ने कहा कि मेरा ट्रैक रिकॉर्ड देखिए। जिन लोगों ने सबसे ज्यादा बार संविधान बदला, वे ही अब कह रहे हैं कि हम संविधान बदलेंगे।

 

Previous articleआरएएस प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण का किया समर्थन
Next articleसिंगापुर और हांगकांग में रोक के बाद अब अमेरिका में एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों की जांच शुरू, जानिए दोनों कंपनियों ने क्या कहा