नई दिल्ली। ग्लासगो से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संदेश दिया है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन को लेकर अपनी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि बीते कुछ दशकों ने सिद्ध किया है कि जलवायु परिवर्तन के प्रकोप से कोई भी वंचित नहीं है। चाहे वो विकसित देश हों या फिर प्राकृतिक संसाधनों से धनी देश हों सभी के लिए ये बहुत बड़ा खतरा है।इसमें भी जलवायु परवर्तन से सब से ज्यादा खतरा Small Island Developing States- सिड्स को है। 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की स्पेस एजेंसी ISRO, सिड्स के लिए एक स्पेशल डेटा विंडो का निर्माण करेगी। इससे सिड्स को सैटेलाइट के जरिये से सायक्लोन, कोरल-रीफ मॉनीटरिंग, कोस्ट-लाइन मॉनीटरिंग आदि के बारे में जानकारी मिलती रहेगी।
पिछले कुछ दशकों ने सिद्ध किया है कि जलवायु परिवर्तन के प्रकोप से कोई भी अछूता नहीं है। विकसित देश हों या फिर प्राकृतिक संसाधनों से धनी देश सभी के लिए ये बहुत बड़ा खतरा है। इसमें भी जलवायु परिवर्तन से सब से अधिक खतरा स्मॉल आईलैंड डेवलपिंग स्टेट्स को है: PM मोदी
फोटो सौजन्य: DD pic.twitter.com/cKP9c1Acqu— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 2, 2021
IRIS पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि IRIS के लॉन्च को बहुत महत्वपूर्ण मानता हूं। IRIS के जरिये से सिड्स को टेक्नोलॉजी, फाइनेंस और आवश्यक जानकारी तेजी से mobilise करने में आसानी होगी। Small Island States में क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर को प्रोत्साहन मिलने से वहां जीवन और आजीविका दोनों को फायदा मिलेगा
IRIS के लॉन्च को बहुत अहम मानता हूं। IRIS के माध्यम से सिड्स को प्रौद्योगिकी, वित्तिय सहायता, जरूरी जानकारी तेजी से जुटाने में आसानी होगी। स्मॉल आईलैंड डेवलपिंग स्टेट्स में क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर को प्रोत्साहन मिलने से वहां जीवन और आजीविका दोनों को लाभ मिलेगा: PM मोदी https://t.co/LsI7zD9L0h
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 2, 2021