सीनियर लीडर और प्रिंसिपल के पैर छूकर पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से भरा नामांकन

वाराणसी से नामांकन

पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के लिए वाराणसी से नामांकन दाखिल कर दिया है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और केन्द्रीय मंत्री नीतिन गडकरी ने किया।

पीएम नरेंद्र मोदी के नामांकन के दौरान एनडीए की एकजुटता भी दिखाई दी। उन्हें शुभकामनाएं देने के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार, राम विलास पासवान, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे समेत एनडीए के वरिष्‍ठ नेता पहुंचे थे। पीएम ने यहां अकाली दल के प्रमुख प्रकाश सिंह बादल के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। कलेक्ट्रेट भवन में उन्होंने स्थानीय डीएम को अपना हलफनामा सौंपा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामांकन करने से पहले महिला प्रस्तावक के भी पैर छुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन महिला के पैर छुए हैं, वह पाणिनि कन्या महाविद्यालय की प्रिंसिपल अन्नपूर्णा शुक्ला हैं। नामांकन से पहले पीएम मोदी ने काल भैरव मंदिर में भगवान के दर्शन भी किए।

वाराणसी से नामांकन

इससे पहले कार्यकताओं के साथ सभा में उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता के नाते पार्टी ने जितना समय मांगा, जब-जब मांगा, मैंने एक बार भी मना नहीं किया। मैंने अपने भीतर के कार्यकर्ता को कभी मरने नहीं दिया है, और इसी वजह से पीएम और सांसद की जिम्मेदारी निभा पा रहा हूं।

कार्यकर्ताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि जनता 5 साल के अनुभव के आधार पर अनेक आशा, आकांक्षा लेकर हमसे जुड़ गई है। जनता ने पूरे देश के राजनीतिक चरित्र को बदल दिया है।

उन्होंने कहा कि हमारे देश में इतने चुनाव हुए, लेकिन ये चुनाव होने के बाद पॉलिटिकल पंडितों को माथापच्ची करनी पड़ेगी। क्योंकि आजादी के बाद पहली बार प्रो इंकम्बैंसी लहर दिखाई दे रही है। वाराणसी का चुनाव ऐसा होना चाहिए की देश के पॉलिटिकल पंडितों को उस पर किताब लिखनी पड़ जाएं।

पीएम बोले कि चुनाव जीतकर मुझे आनंद नहीं होगा, अगर एक भी पोलिंग बूथ पर मेरा कार्यकर्ता हार गया तो, अब एक ही मंत्र होना चाहिए कि मेरा बूथ सबसे मजबूत। अगर एक भी पोलिंग बूथ हार गये तो मुझे बनारस जीतने का मजा नहीं आएगा। मुझे हर पोलिंग बूथ जीतना है। मई महीने के 40 डिग्री तापमान में भी भारी मतदान करके आपको पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ने हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि कल सोशल मीडिया पर लोगों ने मुझे बहुत डांटा कि रोड शो बंद कर दीजिए, अपनी सुरक्षा का ध्यान रखिए। लेकिन मोदी का कोई ध्यान रखता है, तो इस देश की करोड़ों माताएं। वे शक्ति बनकर मेरी सुरक्षाकवच बनती हैं। देश के कोने-कोने में माताएं, कोई पूजा कर रहा है, कोई व्रत कर रहा है।

वाराणसी से अपने मन की मुराद बताते हुए पीएम ने कहा कि मेरी एक इच्छा है, जो मैं गुजरात में भी पूरा नहीं कर पाया। क्या बनारस वाले मेरी वो इच्छा पूरी कर सकते हैं क्या? मैं चाहता हूं कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मतदान 5% ज्यादा होना चाहिए। हमें तय करना चाहिए कि अगर हमारे पोलिंग बूथ में 100 वोट पड़ते हैं तो 105 माताओं-बहनों के पड़ें।

उन्होंने कहा कि जो इस बार पहली बार वोट दे रहा है, उनकी लिस्ट बनाइए, उन सबको बुलाइए। कम से कम एक गुड़ का टुकड़ा इनके मुंह में रखकर उनका मुंह मीठा कीजिए। उन्हें लगना चाहिए कि वो अब 18 साल का हो गया है और अब मतदान करने जा रहा है, वो वोट किसी को भी दे इसकी चर्चा मत कीजिए।

मोदी ने कहा कि मीडिया को अब बनारस के चुनाव में कोई इंटरेस्ट नहीं होगा, उनका टीआरपी अब खत्म हो गया। वो भी मान लेंगे की मोदी जीत गया। आप अगर मोदी के सिपाही हैं, तो टीवी बहसों पर झगड़ा करने वालों से प्रेरणा मत लीजिए। दोस्ती, प्रेम ये राजनीति में जरूरी है, जो धीरे-धीरे खत्म हो रही है, उसे हमें वापस लाना है। कोई मोदी को कितनी ही गाली दे, आप चिंता मत कीजिए।

जब कोई गलत बात कहे तो उसे आप मोदी के खाते में जमा कर दो। मैं गंदी से गंदी चीजों से, कूड़े-कचरे से भी खाद बना देता हूं और उससे ही कमल खिलाता हूं।

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