अम्बेडकर नगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार बोले, जय श्री राम

मोदी

उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए जनसैलाब उमड़ा। प्रचंड गर्मी में श्रीराम की धरती पर इतनी भारी भीड़ देखकर पीएम मोदी भी उत्साह से भर गए। उन्होंने अपने भाषण में विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमले किए। साथ ही पहली बार पीएम मोदी ने अपनी सभा के अंत में जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाए।

अम्बेडकर नगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण

ये मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की भूमि है। ये स्वाभिमान की धरती है। देश में यही स्वाभिमान पिछले 5 साल में और बढ़ा है। हम 130 करोड़ लोगों की भुजाओं को साथ लेकर चले हैं। अब इन्ही भुजाओं की सामर्थ्य पर हम नए भारत का सपना साकार करने की तरफ बढ़ रहे हैं।

बहन जी ने बाबा साहेब के नाम का उपयोग किया, लेकिन हर काम उनके आदर्शों के विपरीत किया। समाजवादी पार्टी ने डगर-डगर पर लोहिया जी का नाम लिया, लेकिन अपने आचरण से न सिर्फ यूपी की कानून व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया, बल्कि लोहिया जी के आदर्शों को भी मिट्टी में मिला दिया।

क्या समाजवाद की बात करने वालों को लोहिया जी की बातें करने वालों को श्रमिकों की चिंता करनी चाहिए थी या नहीं? बाबा साहेब की बात करने वालों को श्रमिकों की चिंता करनी चाहिए थी या नहीं? हर चुनाव में गरीबी हटाओ का नारा देने वाली कांग्रेस को श्रमिकों की चिंता करनी चाहिए थी या नहीं?

हमारे देश के 40 करोड़ से ज्यादा श्रमिक भाई-बहनों की इन पार्टियों ने कभी परवाह ही नहीं की। श्रमिकों और गरीबों को वोटबैंक में बांटकर इन लोगों ने सिर्फ अपना और अपने परिवार का फायदा कराया।

पहली बार देश में किसी सरकार ने गरीबों और श्रमिकों के बारे में सोचा है। हमने उनकी परवाह की है, उनका जीवन आसान बनाने के लिए काम किया है। हमारी सरकार हाल ही में पीएम श्रम योगी मानधन योजना लायी है। इससे श्रमिक साथियों को 60 वर्ष की आयु के बाद 3 हजार रुपए तक की पेंशन सुनिश्चित होगी।

इसके अलावा हमारी सरकार ने गरीबों के लिए एक रुपये प्रति महीने में दो लाख रुपये का बीमा और प्रति दिन 90 पैसे में दो लाख का एक और बीमा देने का प्रावधान किया है।

मैंने हर गरीब के दर्द को समझा है, उसके दर्द को सुना है, उसकी बीमारी को समझा और उसकी जिंदगी को जाना है, इसलिए आयुष्मान भारत योजना से मैं गरीबों की बीमारी से लड़ रहा हूं।

मिशन इंद्रधनुष के तहत हमने जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण का दायरा बढ़ाया है। इस योजना का लाभ भी बड़े स्तर पर गरीब भाई-बहनों को हो रहा है।

हमारी आंगनवाड़ी बहनों, आशा बहनों, ANM बहनों और हमारे डाकियों के वेतन में बरसों बाद वृद्धि का काम भी हमारी ही सरकार ने किया है।

पहले की सरकारें कितनी असंवेदनशील थी, इसका एक उदाहरण है कि 2014 में जब मैं सरकार में आया तो पता चला कि पहले की पेंशन योजनाओं में किसी को 50-60 रुपये मिल रहे थे। हमने एक झटके से ये बंद किया और हर किसी के लिए कम से कम 1000 रुपये पेंशन सुनिश्चित की।

योग, हमारी संस्कृति का सदियों से हिस्सा है। लेकिन पूरी दुनिया 21 जून को योग दिवस मनाए, ये काम हमारी सरकार ने किया है। कुंभ हज़ारों साल से होता आ रहा है। लेकिन जो दिव्यता और भव्यता इस बार प्रयागराज में दिखी, वो अभूतपूर्व है।

अयोध्या में दीप तो हज़ारों वर्षों से जलते आए हैं, लेकिन अब जो दीपावली मनाई जाती है, वो दुनियाभर में चर्चा का विषय बनती है।

देश में अभी स्वदेश दर्शन नाम से एक व्यापक कार्यक्रम चल रहा है, जिसके अंतर्गत देश में रामायण सर्किट, कृष्ण सर्किट, बौद्ध सर्किट सहित 15 सर्किटों पर काम चल रहा है। रामायण सर्किट के तहत अयोध्या से लेकर रामेश्वरम तक, जहां-जहां भी प्रभु श्रीराम के निशान हैं, उन सभी स्थानों को विकसित किया जा रहा है।

सपा-बसपा और कांग्रेस का आतंक पर नरमी का पुराना रिकॉर्ड रहा है। हमारी सुरक्षा एजेंसियां आतंक के मददगारों को पकड़ती थीं और ये वोट के लिए उनको छोड़ देते थे। आज ये सभी महामिलावटी फिर से केंद्र में एक मजबूर सरकार बनाने के चक्कर में हैं।

वो दिन हम कैसे भूल सकते हैं जब आए दिन भारत में हमला होता था। बीते पांच वर्ष में इस तरह के धमाकों की खबर आनी बंद हो गई हैं। हम एक नए हिंदुस्तान के रास्ते पर चल पडें हैं। जो छेड़ता नहीं है, लेकिन कोई छेड़ेगा तो छोड़ता भी नहीं है। खतरा सीमा के भीतर हो या फिर सीमा के पार, ये नया हिंदुस्तान घर में घुसकर मारेगा। गोली का जवाब गोले से देगा।

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