ऑस्ट्रेलिया में दिखा भारतीय PM का ज़बरदस्त क्रेज़, सिडनी स्टेडियम में लगे मोदी-मोदी के नारे

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  इस समय अपने तीन देशों के 6 दिवसीय विदेश दौरे पर हैं। पीएम मोदी अब इस इस दौरे के तीसरे चरण यानी कि ऑस्ट्रेलिया  में हैं। सोमवार को ही पीएम मोदी ऑस्ट्रेलिया पहुंचे। आज, मंगलवार, 23 मई को पीएम मोदी ने सिडनी स्टेडियम से लोगों को संबोधित किया। हज़ारों लोगों से खचाखच भरे इस स्टेडियम में पीएम मोदी को लेकर ज़बरदस्त क्रेज़ नज़र आया। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई पीएम अल्बनीज़ के साथ मिलकर ‘लिटिल इंडिया’ गेटवे की आधारशिला भी रखी।

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सिडनी स्टेडियम में पीएम मोदी के स्वागत में लोगों ने किसी तरह की कमी नहीं रखी। पीएम मोदी जैसे ही सिडनी स्टेडियम पहुंचे, उनके स्वागत में लोगों ने जोर से मोदी-मोदी के नारे लगाए, जिससे पूरा स्टेडियम गूंज उठा। पीएम मोदी को देखने और उनका संबोधन सुनने लोग ऑस्ट्रेलिया के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे।

ऑस्ट्रेलियाई पीएम अल्बनीज़ ने कहा कि सिडनी के स्टेडियम में जैसा स्वागत पीएम मोदी को मिला, वैसा स्वागत ब्रूस स्प्रिंगस्टीन को भी नहीं मिला था। उन्होंने पीएम मोदी की लोकप्रियता की तारीफ करते हुए उन्हें बॉस बताया।ऑस्ट्रेलियाई पीएम अल्बनीज़ ने बताया कि वह जब-जब भारत गए, उन्हें बहुत ही अच्छा महसूस हुआ। साथ ही उन्होंने भारत और ऑस्ट्रेलिया के लोगों में एक गहरा संबंध भी महसूस किया।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “मैं जब 2014 में ऑस्ट्रेलिया आया था, तब मैंने वादा किया था कि आप लोगों को फिर भारत के किसी प्रधानमंत्री के यहाँ आने के लिए 24 साल इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा। मैं, आज, सिडनी में आपके सामने हाज़िर हूं। और मैं अकेला नहीं आया हूं। ऑस्ट्रेलियाई पीएम अल्बनीज़ भी मेरे साथ आए हैं।”

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पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा, “एक समय था जब कहा जाता था कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों का आधार सिर्फ 3C (कॉमनवेल्थ, क्रिकेट, करी) हैं। उसके बाद कहा गया कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों का आधार 3D (डेमोक्रेसी, डायसपोरा, दोस्ती) हैं। इतना ही नहीं, कुछ लोगों ने तो यह भी कहा कि दोनों देशों के संबंधों का आधार 3E (एनर्जी, इकोनॉमी, एजुकेशन) हैं। अलग-अलग समय में ये बातें सही हो सकती हैं, मगर भारत-ऑस्ट्रेलिया के ऐतिहासिक संबंधों का विस्तार और आधार काफी बड़ा और मज़बूत है। इन संबंधों का आधार आपसी विश्वास और आपसी सम्मान है।”

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