वर्धा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के वर्धा में आयोजित जनरैली में कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने गठबंधन की तुलना कुंभकरण से की। पीएम नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले इसरो की तारीफ करते हुए कहा, ‘PSLV C45 को सफलतापूर्वक लॉन्च करके 5 देशों की दो दर्जन से ज्यादा सैटेलाइटों को अंतरिक्ष में स्थापित किया गया है, इसके लिए में इसरो को वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं।’
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘गांधी जी और विनोबा जी का स्वच्छता के प्रति जो आग्रह था, उसे आप अच्छी तरह जानते हैं। कांग्रेस ने उनकी बातों का कितना अनुसरण किया, इसकी सच्चाई भी आप जानते हैं। दो दिन पहले कांग्रेस के एक बड़े नेता ने कहा कि मोदी ने सिर्फ शौचालय की चौकीदारी की है। कांग्रेस, वर्षों से साफ-सफाई के काम में जुटे स्वच्छता के चौकीदारों का अपमान कर रही है।’
बकौल मोदी, ‘विदर्भ की इस धरती पर आपका ये स्नेह, आपका ये आशीर्वाद ही मेरी ताकत है।’
एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, शरद पवार साहब सोचते थे कि वो भी प्रधानमंत्री बन सकते हैं। उन्होंने ऐलान भी किया था कि वो ये चुनाव लड़ेंगे। लेकिन अचानक एक दिन बोले कि नहीं, मैं तो यहां राज्यसभा में ही खुश हूं, मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। शरद पवार जी भी जानते हैं कि हवा का रुख किस तरफ है। शरद पवार जी के हाथ से पार्टी निकलती जा रही है और स्थिति ये है कि पवार साहब के भतीजे धीरे-धीरे पार्टी पर कब्जा करते जा रहे हैं। इसी वजह से NCP को टिकट बंटवारे में भी दिक्कत आ रही है।
उन्होंने दोनों पार्टियों के गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा, ‘महाराष्ट्र में कांग्रेस औऱ NCP का गठबंधन कुंभकरण की तरह है। जब वो सत्ता में होते हैं, तो 6-6 महीने के लिए सोते हैं। 6 महीने में कोई एक उठता है और जनता का पैसा खाकर फिर सोने चला जाता है। मत भूलिए, जब महाराष्ट्र का किसान अजित पवार से बांधों में पानी के बारे में सवाल करने गया था तो उन्हें क्या जवाब मिला था। मत भूलिए, जब मावल के किसान अपने अधिकार के लिए लड़ रहे थे, तो पवार परिवार ने उन पर गोली चलाने का आदेश दे दिया था।’
पीएम बोले, ‘खुद एक किसान होने के बावजूद शरद पवार किसानों को भूल गए, उनकी चिंताओं को भूल गए। पवार साहब के झूठ, उनके झूठे वायदों की पोल खुल चुकी है और वो खुद भतीजे के हाथों हिट-विकेट हो चुके हैं। हमारे वीर जवानों ने सीमा पार करके आतंकियों को घर में घुसकर मारने का काम किया तो ये कांग्रेस और उसके साथी सबूत मांगने लगे। वोट-बैंक की पॉलिटिक्स के लिए एनसीपी हो या कांग्रेस, किसी भी हद तक जा सकती हैं। इस देश के करोड़ों लोगों पर हिंदू आंतकवाद का दाग लगाने का प्रयास कांग्रेस ने ही किया है।’
उन्होंने कहा कि बात चाहे आतंक से निपटने की हो या फिर नक्सली हिंसा से पार पाने की, हमारी सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं।