पीएम नरेंद्र मोदी बोले, 24 साल से गालियां खाकर बन गया हूं गाली प्रूफ, अरविंद केजरीवाल को दी संविधान पढ़ने की सलाह

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां एक ओर लगातार बीजेपी उम्मीदवारों के समर्थन में देश भर में रैलियां कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर, न्यूज चैनलों और समाचार एजेंसियों को इंटरव्यू भी दे रहे हैं। इसी क्रम में पीएम मोदी ने एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा, मैं तो पिछले 24 साल से गालियां खा-खा कर गाली प्रूफ बन गया हूं।

पीएम बोले, ‘मौत का सौदागर’ और ‘गंदी नाली का कीड़ा’ किसने कहा था? संसद में हमारे एक साथी ने हिसाब लगाया था, 101 गालियां गिनाई थीं। तो चाहे चुनाव हों या न हों, विपक्ष के लोग मानते हैं कि गालियां देने का हक उनका ही है और वे इतने हताश-निराश हो चुके हैं कि गालियां देना, अपशब्द बोलना उनका स्वभाव बन गया है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस आरोप पर कि पीएम मोदी तय करते हैं कौन जेल जाएगा पर प्रधानमंत्री ने जवाब दिया, बेहतर होगा कि ये लोग संविधान पढ़ लें, देश का कानून पढ़ लें, मुझे किसी को कुछ कहने की जरूरत नहीं है। राहुल गांधी के कुछ परिवारों को बढ़ावा देने के आरोपों पर (देश के वेल्थ क्रिएटर्स) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है, जो लोग ये कूड़ा-कचरा फेक रहे हैं, उनसे पूछा जाना चाहिए कि वे ये कहां से लाए हैं। ऐसी चर्चा उन्हीं के साथ की जाएगी।

पश्चिम बंगाल को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी का कहना है, तृणमूल कांग्रेस बंगाल चुनाव में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में हमारे 3 विधायक थे और बंगाल की जनता हमें 80 (सीटों) पर ले गई। पिछले लोकसभा चुनाव में हमें प्रचंड बहुमत मिला। इस बार चुनाव में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य पश्चिम बंगाल है। पश्चिम बंगाल का चुनाव एकतरफा है और इसी का नतीजा है सरकार में बैठे लोग, टीएमसी के लोग हताश हैं। चुनाव से पहले बीजेपी कार्यकर्ताओं को जेल में डाला जा रहा है, इन सभी अत्याचारों के बावजूद अधिक लोग मतदान कर रहे हैं और वोटों की संख्या भी बढ़ रही है।

ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के साथ अपने संबंधों पर मोदी बोले, भारत के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं और लोकतंत्र में हमारी कोई दुश्मनी नहीं है। अब सवाल यह है कि क्या मैं अपने रिश्ते बनाए रखूं या ओडिशा के भाग्य की चिंता करूं। मैंने ओडिशा के उज्ज्वल भविष्य के लिए खुद को समर्पित करने का फैसला किया है और अगर इसके लिए मुझे अपने रिश्तों का बलिदान देना पड़ा, तो मैं उनका त्याग करूंगा।

प्रधानमंत्री ने कहा, 25 साल से ओडिशा में प्रगति नहीं हो रही है। सबसे बड़ी चिंता इस बात की है कि कुछ ऐसे लोगों की टोली है जिसने पूरे ओडिशा की व्यवस्था पर कब्जा कर लिया है। ओडिशा अगर उन बंधनों से बाहर आएगा तो ओडिशा खिलेगा। पीएम बोले, ओडिशा का भाग बदलने वाला है, ओडिशा की वर्तमान सरकार की एक्सपायरी डेट 4 जून है।

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