पश्चिम बंगाल के राणाघाट में आयोजित जनसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि तीन चरण के मतदान के बाद, 300 सीटों पर वोट पड़ने के बाद अब विरोधियों के लिए खुले रूप से पराजय स्वीकार करने के सिवाय कोई चारा नहीं बचा है। अब तो इनके चेहरे लटक गए हैं और अब विरोधियों ने भी मान लिया है- फिर एक बार मोदी सरकार। उन्होंने कहा कि अपनी पराजय का ठीकरा EVM पर फोड़ने की शुरुआत इन्होंने पहले से ही कर दी है। देश की जनता जब अपने इस चौकीदार को इतना प्रेम दे रही है, तो बेचारी उस EVM मशीन को भी गाली खानी पड़ रही है।
जनसभा की भारी भीड़ को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दिल्ली में बैठकर कोई सोच सकता है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा की इतनी बड़ी रैली होगी। दीदी को जो थोड़ी बहुत आस थी, वो भी पिछले 3-4 दिन की वोटिंग के बाद फीकी हो गई।
विदेशी कलाकारों और किराए के गुंडों के सहारे दीदी आखिरी कोशिश में है। लेकिन इस बार बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। क्योंकि इस बार भाजपा के साथ बंगाल की जनता भी दीदी के खिलाफ खड़ी हो गई है।
हम तो बलिदान देकर आए हुए हैं, हम डरने वालों में से नहीं हैं। कान खोल कर सुन लो दीदी, लोकतंत्र में हिंसा के लिए जगह नहीं होती है। अगर बीजेपी हिंसा से डर जाती तो 2 सांसदों वाली पार्टी आज पूर्ण बहुमत के साथ दिल्ली की सेवा न करती। जो घुसपैठियों को निकालने के लिए आंसू बहाती थी, वो आज घुसपैठियों की सबसे बड़ी रक्षक बन गई है।
भाजपा एक मजबूत, लेकिन संवेदनशील सरकार के पक्ष में रही है। बीते पांच वर्षों में हमने इसी भावना के साथ सरकार चलाई है। आपकी सेवा की है। हमने एक तरफ राष्ट्रहित में कड़े फैसले लिए हैं तो वहीं सामान्य मानवी के जीवन को सुरक्षा कवच देने वाली योजनाएं बनाई हैं। उन्होंने कहा कि आपका वोट तय करेगा कि बेटियां झूलन गोस्वामी की तरह बनेंगी और दुनिया में देश का डंका बजाएंगी या गुंडों का अत्याचार झेलती रह जाएंगी।
कांग्रेस, देश की सेवा के लिए नहीं, वो सिर्फ एक परिवार के लिए सोचती है और उसी को समर्पित है। इस परिवार के आगे कांग्रेस को कभी भगवान बिरसा मुंडा की याद नहीं आती। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर नहीं दिखे। इस परिवार के सामने कांग्रेस को कभी सरदार पटेल नहीं दिखे।
उन्होंने कहा कि मैं आपको कांग्रेस द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों से सतर्क करना चाहता हूं। आप आश्वस्त रहिए, जब तक मोदी है, आपका ये चौकीदार है, तब तक आपकी ज़मीन जंगल और आपके अधिकारों पर कोई पंजा हाथ नहीं लगा सकता।
हर भारतीय की सेवा हमारा कर्तव्य है, बिना पंथ देखे, बिना भेदभाव किए उनकी मुश्किलें कम करना ही हमारी प्राथमिकता है। चाहे इराक में फंसी 46 बेटियां हो, फादर टॉम हो या फादर एलेक्सिस प्रेम, आपका ये चौकीदार बारी-बारी से उन सबको छुड़ाकर लाया और उनके परिवार के सुपुर्द कर दिया।