पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अपनी वोट भक्ति के लिए जो लोग राष्ट्रभक्ति की भावना को नकारने लगें। वंदे मातरम और भारत माता की जय से पहले 100 बार सोचने लगें। ऐसे लोगों से बंगाल की जनता को सावधान रहना है।
वोट बैंक की और वंशवाद की ही जय-जयकार करने की मानसिकता रही है, जिसकी वजह से इतने वर्षों तक आज़ादी के नायकों को भुला दिया गया।
अब भाजपा और NDA की सरकार वंशवाद की छाया से हमारे वीर वीरांगनाओं को बाहर निकालने का काम कर रही है।
बीते 5 वर्षों में देश की आजादी और देश के नवनिर्माण में भूमिका निभाने वाले हर महान व्यक्तित्व का सम्मान बढ़ने का कार्य किया गया है।
उन्होंने कहा कि आज बैरकपुर की इन तस्वीरों को देखकर कुछ लोगों की हालत और पस्त होने वाली है। ऐसा लग रहा है कि पश्चिम बंगाल की जनता में प्रतिस्पर्धा चल रही है।
पहली से बड़ी दूसरी रैली, दूसरी से बड़ी तीसरी रैली। जैसे-जैसे आपका ये उत्साह बढ़ता जाता है। वैसे वैसे दीदी का दिमाग फटता जाता है। आपका ये प्यार और आशीर्वाद मैं ब्याज सहित लौटाऊंगा और विकास करके लौटाऊंगा।
पहले भी दशकों तक हर साल गणतंत्र दिवस मनाया गया, परेड होती रही, लेकिन आजाद हिंद फौज के उन वीरों की किसी ने सुध नहीं ली। परिवारवाद और वंशवाद की राजनीति करने वालों ने इनके त्याग और बलिदान को भुला दिया। जो लोग ये मानते हों कि फौज में लोग दो वक्त की रोटी की मजबूरी में भर्ती होते हैं।
बैरकपुर में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो लोग हमारे वीरों की देशभक्ति पर सवाल उठाते हैं, उन पर देश भरोसा कर सकता है क्या? पाकिस्तान का गुणगान करने वाली इस मंडली की एक सदस्य ये बंगाल की ममता दीदी भी हैं।
जब पूरी दुनिया पाकिस्तान को कटघरे में खड़ा कर रही थी, तो ये मंडली और ये दीदी मोदी के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर रही थी। अंग्रेजों की तरह दीदी भी ‘भाग कोरो, शासोन कोरो’ की नीति पर चल रही हैं। जबकि हमारी नीति है ‘ऐक कोरो, शेबा कोरो’ यानि ‘सबका साथ- सबका विकास। स्पीड ब्रेकर दीदी ने तो जैसे कसम खा रखी है कि बंगाल आगे न बढ़ें, यहां के लोग आगे न बढ़ें।