प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार की कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों का जिक्र किया और विपक्ष पर तीखे प्रहार किए। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार में कोई घोटाले नहीं हुए और कई हजार करोड़ की बचत की गई, जो देश के विकास में लगाई गई। उन्होंने कई मुद्दों पर खुलकर बात की, जिनमें ओबीसी समाज को संवैधानिक दर्जा देने से लेकर जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने जैसे ऐतिहासिक फैसले शामिल हैं। साथ ही, विदेश नीति पर उन्होंने जेएफकेएस (JFK) की किताब का जिक्र किया और बताया कि भारत की विदेश नीति में क्या चुनौतियां थीं। आइए जानते हैं, पीएम मोदी के इस 96 मिनट के भाषण में कौन सी 10 बड़ी बातें सामने आईं:
1. सरकार में कोई घोटाला नहीं होने दिया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार में कोई घोटाले नहीं हुए हैं और सरकार ने लाखों करोड़ रुपये की बचत की है, जिसे देश के विकास के लिए इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में बड़े घोटाले हुए थे, लेकिन उनकी सरकार में हर कदम पारदर्शिता के साथ उठाया गया।
2. शीशमहल बनाने के लिए नहीं, देश बनाने के लिए बचत
पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि जो पैसे बचाए गए, उनका इस्तेमाल ‘शीशमहल’ बनाने के लिए नहीं, बल्कि देश के विकास के लिए किया गया। उन्होंने उदाहरण दिया कि सरकार ने कैसे इन पैसों का उपयोग गरीबों और जरूरतमंदों की भलाई के लिए किया है।
3. मिस्टर क्लीन पर कटाक्ष
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि एक पूर्व पीएम ने अपनी छवि ‘मिस्टर क्लीन’ के रूप में बनाने की कोशिश की थी, लेकिन उनके कार्यकाल में कई बड़े घोटाले हुए थे। उन्होंने बताया कि अब घोटाले नहीं होने के कारण सरकार ने काफी पैसे बचाए हैं, जो विकास कार्यों में लगाए गए हैं।
4. फर्जी लाभार्थियों को हटाना
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने 10 करोड़ फर्जी लाभार्थियों को हटाया, जिससे तीन लाख करोड़ रुपये गलत हाथों में जाने से बचाए गए। यह एक बड़ी उपलब्धि बताई गई, क्योंकि इससे सरकारी योजनाओं का असली लाभ जरूरतमंदों तक पहुंच पाया।
5. सरकारी खरीद में पारदर्शिता
प्रधानमंत्री ने जेम पोर्टल (Government e-Marketplace) का जिक्र किया, जिसके माध्यम से सरकारी खरीद में पारदर्शिता लाई गई है। उन्होंने बताया कि इस पोर्टल के जरिए एक लाख 15 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है और सरकारी खरीद अब पूरी तरह से पारदर्शी हो गई है।
6. तुष्टिकरण की राजनीति का विरोध
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने तुष्टिकरण की राजनीति का विरोध किया है और इसके बजाय संतुष्टिकरण की राजनीति की है। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार में हर वर्ग को उसका हक मिला है, चाहे वह कोई भी जाति, धर्म या समुदाय हो।
7. ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा
प्रधानमंत्री मोदी ने ओबीसी समाज के हक में एक बड़ा कदम उठाया और ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की घोषणा की। इससे ओबीसी समाज को उनके अधिकारों के लिए कानूनी सुरक्षा मिली है, जो एक ऐतिहासिक फैसला है।
8. विदेश नीति पर JFK का जिक्र
पीएम मोदी ने विदेश नीति पर बात करते हुए कहा कि अगर लोग भारत की विदेश नीति को समझना चाहते हैं तो उन्हें ‘JFKS FORGOTTEN CRISIS’ किताब पढ़नी चाहिए। इसमें भारत और अमेरिका के बीच विदेश नीति के मुद्दों पर चर्चा की गई है और यह किताब विदेश नीति की चुनौतियों को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगी।
9. आर्टिकल 370 का हटना
प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अब कश्मीर के लोग भी देश के बाकी हिस्सों की तरह समान अधिकार享 कर रहे हैं। इससे राज्य के विकास को भी नई दिशा मिली है और वहां के लोग अब देश की मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं।
10. आपदा में किसान को अकेला नहीं छोड़ा
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने आपदा के समय किसानों को अकेला नहीं छोड़ा। उन्होंने किसान कल्याण के लिए कई योजनाएं बनाई, जिसमें किसानों को आपदा के समय मदद मिल रही है। उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर के विजन को आगे बढ़ाते हुए दशकों से लंबित सिंचाई परियोजनाओं को पूरा किया, जिससे किसानों को पानी की आपूर्ति सुनिश्चित हुई है।