भारत के सबसे पवित्र और बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक महाकुंभ मेला इस साल भी प्रयागराज में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महाकुंभ में एक अहम दौरा निश्चित हुआ है, जिसके लिए शेड्यूल जारी कर दिया गया है। पीएम मोदी 5 फरवरी, 2025 को पवित्र संगम में डुबकी लगाएंगे। उनका यह दौरा खास महत्व रखता है, खासकर पिछले कुछ दिनों में महाकुंभ मेले के दौरान भगदड़ की घटनाओं के बाद, पीएम मोदी का यह दौरा कई मायनों में ऐतिहासिक होगा।
प्रधानमंत्री मोदी का शेड्यूल
5 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी का महाकुंभ में स्नान करने का कार्यक्रम सुबह 11 बजे से 11:30 बजे तक तय किया गया है। इसकी शुरुआत से पहले पीएम मोदी 10:05 पर प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचेंगे। इसके बाद, वह 10:10 पर एयरपोर्ट से डीपीएस हेलीपैड तक जाएंगे। यहां से करीब 10:45 पर वह अरेल घाट पहुंचेंगे। इस दौरान वह नाव के जरिए महाकुंभ के संगम स्थल तक जाएंगे।
स्नान के बाद, प्रधानमंत्री मोदी 11:45 बजे अरेल घाट वापस लौटेंगे और फिर हेलीपैड से एयरपोर्ट तक जाएंगे। उनका प्रयागराज से दिल्ली लौटने का कार्यक्रम 12:30 बजे होगा, जब वे वायुसेना के विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
महाकुंभ के दौरान अन्य वीआईपी दौरे
प्रधानमंत्री मोदी से पहले, कई बड़े नेता महाकुंभ में डुबकी लगा चुके हैं। इनमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, गृह मंत्री अमित शाह, और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का नाम शामिल है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी कैबिनेट ने भी महाकुंभ में स्नान किया। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी इस महापर्व का हिस्सा बन चुके हैं।
अगले हफ्ते, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के महाकुंभ दौरे का भी कार्यक्रम प्रस्तावित है। हालांकि, कांग्रेस पार्टी की ओर से अभी तक राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के महाकुंभ में जाने को लेकर कोई औपचारिक बयान नहीं आया है।
महाकुंभ 2025 के विशेष अवसर
इस बार का महाकुंभ खास है क्योंकि यह 144 साल के संयोग के बाद हो रहा है। 13 जनवरी को शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा, जिसमें लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करेंगे। यूपी सरकार के मुताबिक, यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
हर 12 साल में एक बार आयोजित होने वाले इस महाकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया जाता है। इस दौरान हजारों लोग पुण्य के लिए संगम में स्नान करने आते हैं।
कुंभ का महत्व और सरकार की तैयारियां
महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में होता है, और इस दौरान राज्य सरकार की ओर से हर सुविधा का ख्याल रखा जाता है। सुरक्षा, स्वच्छता और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पूरी व्यवस्था की जाती है। इस बार महाकुंभ 2025 में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है, और सरकार ने इस लिहाज से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
इसके अलावा, महाकुंभ के दौरान कई सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं, जो भारतीयता और धार्मिकता को दर्शाते हैं।
स्नान के बाद वापस दिल्ली लौटेंगे पीएम मोदी
महाकुंभ में स्नान के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही प्रयागराज से दिल्ली वापस लौट जाएंगे। उनके दौरे के दौरान महाकुंभ के महत्व को रेखांकित किया जाएगा, और सरकार की ओर से आगामी धार्मिक आयोजनों के लिए भी संदेश जाएगा।