नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने श्रीलंका के दौरे पर जाने वाले हैं। ये दौरा कई मामलों में अहम होने वाला है, क्योंकि इसमें द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने, व्यापारिक साझेदारी बढ़ाने और कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। खास बात ये है कि इस दौरान पीएम मोदी सामपुर में एक सौर ऊर्जा प्लांट का उद्घाटन भी करेंगे।
पीएम मोदी के दौरे से क्या बदलने वाला है?
श्रीलंका भारत का पड़ोसी देश ही नहीं, बल्कि रणनीतिक रूप से भी काफी अहम है। ऐसे में दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्ते बनाए रखना बहुत जरूरी है। बीते कुछ सालों में भारत और श्रीलंका के बीच कई बड़े समझौते हुए हैं। अब इन्हीं समझौतों को आगे बढ़ाने के लिए पीएम मोदी अप्रैल की शुरुआत में श्रीलंका पहुंचेंगे।
श्रीलंका के विदेश मंत्री विजिता हेराथ ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इस दौरे पर कई अहम बैठकें करेंगे और कुछ नए समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि भारत और श्रीलंका के रिश्तों को और मजबूत बनाने की दिशा में यह दौरा बेहद खास होने वाला है।
सामपुर में होगा सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन
भारत हमेशा से श्रीलंका की ऊर्जा जरूरतों में मदद करता रहा है। इसी कड़ी में श्रीलंका के त्रिंकोमाली जिले के सामपुर में 135 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट तैयार किया गया है। इस प्रोजेक्ट को भारत की एनटीपीसी और श्रीलंका के सीलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड (CEB) ने मिलकर पूरा किया है। अब इस सौर ऊर्जा प्लांट का उद्घाटन खुद प्रधानमंत्री मोदी करेंगे।
विदेश मंत्री हेराथ ने कहा, “भारत और श्रीलंका के बीच यह ऊर्जा सहयोग काफी अहम है। यह सिर्फ ऊर्जा सुरक्षा ही नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।” यह प्लांट श्रीलंका की बिजली जरूरतों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगा और भारत-श्रीलंका की दोस्ती को और मजबूत करेगा।
क्या-क्या मुद्दे रहेंगे अहम?
पीएम मोदी के इस दौरे में सिर्फ ऊर्जा सहयोग ही नहीं, बल्कि कई और अहम मुद्दों पर भी बातचीत होगी।
1. मछुआरों का विवाद
भारत और श्रीलंका के बीच लंबे समय से मछुआरों का विवाद चला आ रहा है। दोनों देशों के बीच समुद्री सीमा को लेकर अक्सर मछुआरों की गिरफ्तारी और झगड़े होते रहते हैं। इस मुद्दे को हल करने के लिए दोनों सरकारें बातचीत कर रही हैं। उम्मीद है कि पीएम मोदी इस मामले में कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं।
2. व्यापार और आर्थिक सहयोग
श्रीलंका की अर्थव्यवस्था फिलहाल मुश्किल दौर से गुजर रही है। भारत ने पहले भी संकट के समय श्रीलंका की मदद की है। इस दौरे में व्यापारिक सहयोग को और बढ़ाने के लिए कई समझौतों पर चर्चा होगी।
3. सुरक्षा और रक्षा सहयोग
श्रीलंका हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के लिए बेहद अहम है। चीन भी यहां अपनी मौजूदगी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में भारत और श्रीलंका के बीच सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मजबूत करने की जरूरत है।
4. आर्थिक पैकेज और कर्ज राहत
भारत पहले ही श्रीलंका को कई आर्थिक पैकेज और कर्ज राहत दे चुका है। इस बार भी कुछ नई आर्थिक योजनाओं की घोषणा हो सकती है, जिससे श्रीलंका को आर्थिक मजबूती मिलेगी।
श्रीलंका दौरे की अहमियत
यह पीएम मोदी की 2015 के बाद से चौथी श्रीलंका यात्रा होगी। इससे साफ है कि भारत, श्रीलंका के साथ अपने संबंधों को कितना गंभीरता से लेता है।
क्या बोले श्रीलंका के नेता?
श्रीलंका के विदेश मंत्री विजिता हेराथ ने कहा कि भारत हमेशा से श्रीलंका का सबसे करीबी पड़ोसी और सहयोगी रहा है। उन्होंने कहा, “हमने अपने पहले ही कूटनीतिक दौरे में भारत के साथ कई अहम समझौते किए थे। अब पीएम मोदी के दौरे से हमें और ज्यादा मजबूती मिलेगी।” हेराथ ने यह भी कहा कि श्रीलंका अपनी विदेश नीति में किसी का पक्ष नहीं लेगा और पूरी तरह तटस्थ रहेगा।
पीएम मोदी का यह दौरा क्यों अहम?
श्रीलंका भारत के लिए एक रणनीतिक साझेदार है और यह यात्रा इस रिश्ते को और मजबूत करने का काम करेगी। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब श्रीलंका को आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता की जरूरत है। भारत के समर्थन से श्रीलंका को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।