बीजेपी के सहयोगी और सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के सरकार में दिन पूरे होने वाले हैं। ऐसे संकेत तो काफी दिनों से मिल रहे थे। लेकिन अब लगता है उनकी सियासत के दिन लदने वाले हैं. क्योंकि बीजेपी (bjp) ने उनकी सियासत निपटाने का पूरा इंतजाम कर लिया है।
बीजेपी के बार-बार समझाने के बाद भी सरकार और अधिकारियों से उलझने वाले राजभर लगातार जहर उगल रहे हैं। ऐसे में जब बीजेपी के सिर से पानी ऊपर चला गया है, तो उसने सबसे पहले राजभर की ही घेरे बंदी कर दी है। जिसमें वो बुरी बिलबिला गए हैं।
24 तारीख से धरना देने की तैयारी
इसीलिए पिछड़े वर्ग के आरक्षण में बंटवारे की मांग को लेकर लगातार धमका रहे हैं। यूपी विधानसभा सत्र के शुरु होने से पहले ही उन्होंने अल्टीमेटम देते हुए कह दिया है, कि अगर सरकार ने इसे सदन में नहीं रखा तो वो 24 तारीख से सरकार के खिलाफ जिला मुख्यालयों में धरना करेंगे।
रैली से भांपी राजभर की ताकत
लेकिन बीजेपी की तैयारी कुछ दूसरी है। बीजेपी ने राजभर की ताकत उनकी लखनऊ के रमाबाई मैदान में हुई रैली के बाद भाप ली है। जिसके बाद बीजेपी अब राजभर को जरा सा भी मुंह लगाने के मूड में नहीं है। सुहेलदेव पार्टी के मुखिया ओपी राजभर की सियासत पिछड़ों के आरक्षण में हिस्सेदारी पर खड़ी है। जिसको बीजेपी ने समितियों के सुझाव के बाद उनकी बड़ी मांग पूरी करने वाली है।
पीएम मोदी जारी करेंगे डाक टिकट
उम्मीद की जा रही है, कि बीजेपी इसी शीतकालीन सत्र में दलित और पिछड़ों के आरक्षण को तीन भागों में बांटने का प्रस्ताव सदन में रख देगी। जिसका क्रेडिट वो अपने पास रखेगी। इसके साथ ही प्रधाममंत्री नरेंद्र मोदी राजभर समाज के गढ़ गाजीपुर में 29 दिसंबर को आ रहे हैं। जिसमें वो महाराज सुहेलदेव के नाम से डाक टिकट जारी करने वाले हैं। जो सुहेलदेव का सबसे बड़ा सम्मान है।
अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी
अब जबकि बीजेपी ने राजभर को चौतरफा घेर लिया है। वहीं ओपी राजभर पूरे यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं। यानी तल्खी कम होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। इसके साथ ही राजभर ने पीएम के गाजीपुर में होने वाले सुहेलदेव के कार्यक्रम में जाने से साफ मना कर दिया है।
अनिल राजभर को बढ़ाएगी बीजेपी
इसके साथ ही बीजेपी ने ओपी राजभर के बराबर राज्यमंत्री अनिल राजभर को ऊपर उठाने में जुट गई है। जो गाजीपुर में पीएम के कार्यक्रम को लेकर गांव गांव जाकर जनसंपर्क और भीड़ जुटाने में लगे हुए हैं। ऐसे में ओपी राजभर और बीजेपी का साथ कितने दिनों तक चलेगा, और उनकी सियासत आगे कैसे बढ़ेगी लोकसभा चुनाव के बाद सब शीशे की तरह साफ हो जाएगा।