राम मंदिर निर्माण कार्य को लेकर CM योगी के साथ PM की बैठक शुरू

नई दिल्ली:  अयोध्या में राम मंदिर के लिए जमीन खरीद के घोटाले के आरोपों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पर मीटिंग कर रहे हैं. इस मीटिंग में अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की जाएगी. कोरोना संक्रमण की वजह से ये मीटिंग वर्चुअली ही हो रही है, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ भी शामिल हैं. इस मीटिंग में मोदी के सामने अयोध्या का विजन डॉक्यूटमेंट रखा जाएगा. इस बैठक में सीएम योगी के अलावा प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा भी मौजूद हैं. इनके अलावा वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह, अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह भी बैठक में मौजूद हैं.

यूपी की अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण कार्य बड़ी तेजी के साथ जारी है. इस वक्त मंदिर की नींव भराई का काम जारी है. श्री राम जन्म परिसर में भगवान रामलला (Lord Ram) के मंदिर निर्माण के लिए बुनियाद भरी जा रही है. विश्व प्रसिद्ध इस मंदिर को बनाने के लिए नींव को इतना मजबूत बनाया जा रहा कि मंदिर हजारों साल तक स्थिर खड़ा रहे. इसके लिए मंदिर निर्माण के लिए 400 फीट लंबा 300 फीट चौड़ा और 50 फिट गहरा भूखंड बुनियाद के लिए खोदा गया है. इसमें 12 इंच मोटी लेयर बिछाई जाने के बाद उसको वाइब्रेटर से 2 इंच दबाया जा रहा है.

राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के साथ ही अयोध्या के भी पुनर्निमाण का काम शुरू हो गया है. अयोध्या को बुनियादी सुविधाओं का तोहफा देने के साथ ही रामनगरी का वैभव लौटाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. अयोध्या में प्रवेश के लिए अलग-अलग दिशा में 6 रास्ते हैं, इन सभी रास्तों पर अब राम द्वार बनाने की तैयारी की जा रही है. इन्हीं रास्तों से अयोध्या में प्रवेश होगा. इसके अलावा यहां पर रामायणकालीन वाटिकाओं का निर्माण भी होगा.

अथर्व वेद में वर्णित 9 द्वार वाली अयोध्या के स्वरूप को रामनगरी के पुनर्निमाण में भी प्रमुखता से स्थान देने की कोशिश चल रही है. अभी 9 द्वारों में 6 द्वारों के निर्माण की रूपरेखा तैयार कर ली गई है. अयोध्या में बनने वाले 6 प्रवेश द्वारों का नाम रामायण से जुड़े हुए हैं.  लखनऊ मार्ग पर श्रीराम द्वार का निर्माण किया जा रहा है. गोंडा की ओर से आने वाले मार्ग पर लक्ष्मण द्वार बनाया जाएगा. जबकि प्रयागराज मार्ग पर भरत द्वार निर्माण किया जाएगा. वहीं वाराणसी मार्ग से आने वाले श्रद्धालु जटायु द्वार से प्रवेश करेंगे. तो रायबरेली मार्ग से आने वाले राम भक्त गरुड़ द्वार से राम नगरी में प्रवेश करेंगे. हनुमान द्वार का निर्माण गोरखपुर मार्ग पर किया जा रहा है.

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