राष्ट्रपति भवन में गूंजेंगी शहनाई, वैलेंटाइन वीक में हो रही ऐतिहासिक शादी, जानिए दूल्हा-दुल्हन की कहानी

भारत के राष्ट्रपति भवन में एक ऐतिहासिक शादी होने जा रही है, और वह भी वैलेंटाइन वीक के दौरान! जी हां, राष्ट्रपति भवन में पहली बार शहनाई गूंजने जा रही है। यह शादी राष्ट्रपति भवन में आयोजित होगी, और इसे लेकर हर कोई खासा उत्साहित है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सुरक्षा में तैनात पीएसओ पूनम गुप्ता और सीआरपीएफ के अधिकारी अवनीश सिंह इस शादी के दूल्हा-दुल्हन बनने जा रहे हैं। 12 फरवरी को यह शादी राष्ट्रपति भवन में सम्पन्न होगी, जिसमें कुछ चुनिंदा और गणमान्य लोग ही शामिल होंगे।

राष्ट्रपति भवन में पहली बार शादी का आयोजन

राष्ट्रपति भवन, जो 300 एकड़ में फैला हुआ है, और जहां अब तक कई राजकीय भोज और समारोह हो चुके हैं, लेकिन यह पहली बार है जब वहां कोई शादी हो रही है। इस शादी का आयोजन राष्ट्रपति भवन के मदर टेरेसा क्राउन कॉम्प्लेक्स में होगा। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस खास समारोह का आयोजन किया जाएगा। अब तक राष्ट्रपति भवन में सिर्फ सरकारी और राजकीय कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है, लेकिन इस बार कुछ अलग ही होगा।

यह एक ऐतिहासिक कदम है, क्योंकि राष्ट्रपति भवन जैसे प्रतिष्ठित स्थान पर इस तरह का आयोजन पहले कभी नहीं हुआ। विशेष सुरक्षा कारणों से इस शादी को यहां आयोजित करने की अनुमति दी गई है, और यह एक अनोखा मौका होगा, जब ऐतिहासिक भवन में वैवाहिक बंधन का यह समारोह होगा।

पूनम और अवनीश का प्यार और शादी

राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात पूनम गुप्ता और उनके होने वाले पति अवनीश सिंह का लव मैरिज है। पूनम गुप्ता, जो यूपीएससी के जरिए केंद्रीय सुरक्षा बल में शामिल हुई थीं, अब तक अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने बिहार में नक्सल ऑपरेशन्स में भी अहम भूमिका निभाई है। 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर पूनम ने महिला टुकड़ी का नेतृत्व भी किया था, जो उनकी कड़ी मेहनत और पेशेवर दक्षता को दर्शाता है।

पूनम गुप्ता के पति अवनीश सिंह भी सीआरपीएफ के सहायक कमांडर हैं और फिलहाल जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं। दोनों का यह प्यार बेहद खास है, और अब वह अपनी शादी के लिए राष्ट्रपति भवन में जुट रहे हैं। शादी के इस ऐतिहासिक मौके पर सिर्फ परिवार के करीबी सदस्य और कुछ सम्मानित अतिथि ही शामिल होंगे।

महामहिम से मिली मंजूरी

पूनम गुप्ता ने अपनी शादी के लिए राष्ट्रपति भवन में शादी की अनुमति मांगी थी, जिसे महामहिम द्रौपदी मुर्मू ने मंजूरी दे दी है। इस तरह से राष्ट्रपति भवन में पहली बार किसी सुरक्षा अधिकारी की शादी हो रही है। यह शादी न केवल पूनम और अवनीश के लिए, बल्कि राष्ट्रपति भवन में काम कर रहे सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण घटना है।

राष्ट्रपति भवन का ऐतिहासिक महत्व

राष्ट्रपति भवन का निर्माण ब्रिटिश शासन के दौरान हुआ था और इसका डिज़ाइन एडविन लुटिंयस द्वारा तैयार किया गया था। यह भवन 340 कमरों के साथ अत्यधिक भव्य और महत्वपूर्ण है। जहां एक ओर इस भवन में कई ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, वहीं इस बार इस इमारत में शादी की शहनाई भी गूंजेगी, जो एक विशेष मौका होगा।

इस शादी का आयोजन राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा और व्यवस्था के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसे पूरी तरह से सुरक्षा के मानकों के तहत आयोजित किया जा रहा है।

पूनम और अवनीश का परिचय

पूनम गुप्ता का जन्म मध्य प्रदेश में हुआ था और उन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से सीआरपीएफ जैसी बड़ी संस्था में अपनी जगह बनाई। वहीं, उनके जीवनसाथी अवनीश सिंह भी सीआरपीएफ के सहायक कमांडर हैं, और फिलहाल वह जम्मू कश्मीर में तैनात हैं। दोनों की शादी एक रोमांटिक और पेशेवर शादी का प्रतीक है, जो उनके कार्यों और जीवन के प्रति समर्पण को दर्शाता है।

इस विवाह के पीछे क्या है खास?

यह विवाह न केवल एक प्रेम कहानी है, बल्कि यह उस भावना का प्रतीक भी है जो एक सैनिक या सुरक्षा अधिकारी के जीवन में होती है। कठिन और जोखिमपूर्ण कार्यों के बावजूद, पूनम और अवनीश ने अपने प्यार को निभाने का फैसला किया और इस ऐतिहासिक दिन को अपना जीवन साथी चुनने के रूप में मनाने का निर्णय लिया।

इस शादी का महत्व और समाज में संदेश

इस शादी का महत्व केवल दो लोगों के बीच के रिश्ते तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज को यह संदेश भी देती है कि सेवा और संघर्ष के बावजूद प्यार और जीवनसाथी का चुनाव किसी भी हाल में किया जा सकता है। यह उन लाखों भारतीयों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा, जो अपने करियर और व्यक्तिगत जीवन में संतुलन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

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