प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने बिहार विधानसभा उपचुनाव की चार सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। लेकिन चुनावी मैदान में उतरने से पहले ही उन्हें झटका लगा है। किशोर को तरारी और बेलागंज विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों को बदलने का निर्णय लेना पड़ा है।
नई उम्मीदवारों की घोषणा
भोजपुर जिले के आरा में बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशांत किशोर ने बताया कि तरारी विधानसभा उपचुनाव में अब सामाजिक कार्यकर्ता किरण सिंह चुनाव लड़ेंगी। पहले इस सीट से पूर्व सेना उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल कृष्ण सिंह (सेवानिवृत्त) को उम्मीदवार बनाया गया था।
बेलागंज विधानसभा उपचुनाव से शिक्षाविद खिलाफत हुसैन की जगह अब पूर्व पंचायत मुखिया मोहम्मद अमजद मैदान में उतरेंगे।
चुनावी प्रक्रिया में कठिनाईयों की बात
प्रशांत किशोर ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया को सत्ता पक्ष का समर्थन प्राप्त है, जिसके कारण नए उम्मीदवारों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। Established पार्टियों के उम्मीदवारों को इसमें कोई समस्या नहीं होती है। उन्होंने बताया कि जन सुराज पार्टी के सभी उम्मीदवार 25 अक्टूबर को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे और उस समय उन्हें चुनाव चिह्न भी आवंटित किया जाएगा।
स्थानीय मतदाता सूची की समस्या
तरारी से लेफ्टिनेंट जनरल सिंह के चुनाव न लड़ने पर किशोर ने कहा कि उन्हें स्थानीय मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराना होगा। इसी वजह से नए उम्मीदवार की घोषणा की गई है।
बेलागंज में खिलाफत हुसैन को उनके वरिष्ठता के कारण चुनाव में उतारा गया था, लेकिन उन्होंने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। किशोर के मुताबिक, उनकी उम्र और शिक्षा में रुचि न होने के कारण उन्होंने यह निर्णय लिया है।
प्रशांत किशोर का उद्देश्य
प्रशांत किशोर ने कहा कि उनका लक्ष्य बिहार में एक नया विकल्प पेश करना है। वह मानते हैं कि इंडिया ब्लॉक और एनडीए के अधिकांश उम्मीदवार राजनीतिक परिवारों से हैं, जबकि उनके उम्मीदवारों का कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है। उन्होंने सामाजिक प्रतिबद्धता के आधार पर आम पुरुषों और महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारने का निर्णय लिया है।
जन सुराज पार्टी की यात्रा
ज्ञात रहे कि जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने पिछले दो सालों में बिहार की यात्रा की थी। जन सुराज यात्रा के बाद उन्होंने अपनी पार्टी का गठन किया, जो पहली बार विधानसभा चुनाव में भाग ले रही है। इससे पहले, किशोर ने अपनी कंपनी आईपीएसी के माध्यम से कई प्रमुख राजनीतिक नेताओं के लिए चुनावी रणनीति बनाई है।