मध्य प्रदेश के कटनी में जन्मा एक नवजात अभी दुनिया में आया भी नहीं था, कि उसकी मां ने खुद को पंखे से फांसी लगा ली. बच्चा अभी मां की कोख में हीं है.
कबीर का सबसे प्रसिद्ध ये दोहा “जाको राखे साइयां मार सके ना कोई” खतरनाक हादसों से बाल-बाल बचने वाले लोगों पर एकदम सटीक बैठता है. इस बार ये दोहा इस नवजात शिशु के लिए कही जा सकती है.
ये है पूरा मामला
बता दें कि, मध्य प्रदेश के कटनी में गरीबी से तंग आकर नौ महीने की एक गर्भवती महिला ने कथित रूप से पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इसी दौरान उसका प्रसव हो गया और नवजात शिशु नाल में फंसकर अपनी मृत मां के पैरों से लटकता हुआ जिंदा मिला. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्त्री रोग विशेषज्ञ को बुलाया. महिला को फंदे से नीचे उतारा गया. स्त्री रोग विशेषज्ञ ने तब कहीं जाकर गर्भनाल काटा और बच्चे को कटनी जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां वह स्वस्थ है.
सब इंस्पेक्टर बोली ..
मौके पर पहुंची सब इंस्पेक्टर कविता साहिनी ने बताया, ‘‘जब मैं मौके पर पहुंची, उस वक्त लक्ष्मी मर चुकी थी. उसी बीच मैंने अचानक देखा कि उसके पैरों से लटकता हुआ जिंदा एक नवजात बच्चा है, जो मृत महिला के गर्भनाल में जुड़ा हुआ था और उसके पैरों से लटका हुआ था. इस महिला का यह पांचवां बच्चा है. अत्यधिक गरीबी के चलते वह अपने बच्चों का लालन-पालन ठीक से नहीं कर पा रही थी.