महाकुंभ: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रयागराज में किया स्नान, अक्षयवट और लेटे हनुमान के दर्शन

आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने त्रिवेणी संगम में स्नान किया और महाकुंभ के अलौकिक वातावरण में आस्था का अनुभव किया। उनके साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी थीं, जिन्होंने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर भी अपनी इस यात्रा के अनुभव साझा किए और इस अवसर को अपने जीवन का सौभाग्य बताया।

संगम में स्नान का सौभाग्य

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए बताया कि उन्हें प्रयागराज के पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान करने का दुर्लभ सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा, “प्रयागराज महाकुंभ का यह अलौकिक वातावरण और मां गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम में स्नान करना मेरे लिए अत्यधिक सौभाग्य की बात है। यह धार्मिक आयोजन भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत प्रतीक है।” राष्ट्रपति ने यह भी लिखा कि महाकुंभ मानवता को एकता और आध्यात्मिकता का संदेश देता है और उन्होंने मां गंगा से सभी के जीवन में सुख और शांति की कामना की।

राष्ट्रपति के इस पवित्र स्नान को लेकर सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें वे त्रिवेणी संगम में स्नान करते हुए दिखाई दे रही हैं। उनके इस कदम से पूरे देश में आस्था और धर्म के प्रति एकजुटता की भावना को बल मिला है।

राष्ट्रपति के साथ सीएम योगी का संदेश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर राष्ट्रपति के साथ प्रयागराज की तस्वीरें शेयर कीं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘अक्षयवट’ और ‘सरस्वती कूप’ के दर्शन-पूजन किए। मुख्यमंत्री ने भगवान योगेश्वर से समग्र सृष्टि के सुख और सौभाग्य की कामना की। उन्होंने कहा, “प्रयागराज का महाकुंभ करुणा और वात्सल्य का प्रतीक है। यह संस्कारों और सनातन संस्कृति का समागम है।” योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ को एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर बताते हुए इसे भारत की धार्मिक परंपराओं का गहरा प्रतीक बताया।

अक्षयवट और लेटे हनुमान जी का दर्शन

महाकुंभ में स्नान के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रयागराज के प्रसिद्ध प्राचीन मंदिरों का भी दौरा किया। उन्होंने लेटे हनुमान मंदिर और अक्षयवट का दर्शन किया। अक्षयवट, जो कि हिंदू धर्म में एक पवित्र स्थान माना जाता है, वहां राष्ट्रपति ने नारियल और चुनरी चढ़ाकर प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि यह यात्रा उनके जीवन का एक अविस्मरणीय अनुभव रहेगा।

साइबेरियन बर्ड्स को दाना खिलाना

प्रयागराज में अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संगम क्षेत्र में मौजूद साइबेरियन बर्ड्स को भी दाना खिलाया। यह एक बहुत ही खास और प्रेरणादायक क्षण था, जिसे राष्ट्रपति ने सौभाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुभव न केवल आस्था से जुड़ा था, बल्कि प्रकृति और पर्यावरण के प्रति भी उनका एक सकारात्मक दृष्टिकोण था।

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