वर्ल्ड बैंक प्रेसिडेंट ने कही बड़ी बात, मोदी विरोधियों को लग जाएगी मिर्ची

पीएम नरेंद्र मोदी की वर्ल्ड बैंक प्रमुख जिम यॉन्ग किम ने जमकर तारीफ की है. किम ने कहा कि दुनिया में पीएम मोदी जैसे नेता बहुत कम हैं. वर्ल्ड बैंक प्रमुख ने इकनॉमिक टाइम्स पर प्रकाशित ‘पीएम मोदी हैज टेकन सीरियस बिजनेस रेग्युलेट्री रीफॉर्म्स’ शीर्षक वाले लेख में ये बात कही है.

किम इससे पहले भी फेसबुक पोस्ट के जरिए पीएम मोदी की तारीफ कर चुके हैं. उन्होंने लिखा कि ’15 साल पहले वर्ल्ड बैंक ने पहली डुइंग बिजनेस इंडेक्स रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें हर देश को एक रैंक दी गई थी. ये रैंक देशों में कारोबार शुरू करने और उसे चलाने संबंधी नियमों के आधार पर तय की गई थी. कारोबार के नियमों से जुड़े रिपोर्ट में 11 बिंदु थे, जिनमें कंस्ट्रक्शन परमिट, संपत्ति की रजिस्ट्री, कर का भुगतान और कुछ अन्य चीजें भी शामिल थी.’

पहले भारत में करोबार करना था कठिन

किम ने कहा कि ‘दुनिया में पीएम मोदी जैसे नेता बहुत कम हैं, जिन्होंने करोबार नियामक सुधारों को गंभीरता से लिया है. मैं अक्टूबर 2014 में पहली बार उनसे मिला था, जिससे कुछ ही दिनों पहले उस साल की डीबी रिपोर्ट आई थी. 189 देशों में भारत का स्थान 142वां था. भारत में तब कारोबार शुरू करना और उसे चलाना बेहद कठिन था. उदाहरण के लिए एक उद्यमी को बिजली के लिए सात आधिकारिक प्रक्रियाओं से गुजरना होता था, जिसमें कि लगभग 100 दिन लगते थे.’

ये भी पढ़ें: नोटबंदी जैसे हालात का करना पड़ेगा सामने, जब देश के आधे से ज्यादा ATM हो जाएंगे बंद?

भारत की रैंक से मोदी थे निराश

वहीं किम ने ये भी कहा कि ‘पीएम मोदी भारत की रैंक से निराश थे. टॉप 50 देशों में आने को लेकर उन्होंने अपना दृष्टिकोण साझा किया और वर्ल्ड बैंक समूह से इस सपने को साकार करने के लिए जानकारी और सलाह मांगी थी. उसके बाद भारत ने कारोबार नियमों में खासा सुधार किया है.

उदाहरण के लिए इस साल की डीबी रिपोर्ट पर नजर दौड़ाए तो 2014 की तुलना में अब एक उद्यमी को बिजली कनेक्शन पाने के लिए पहले से आधा समय लगता है. इन्हीं सुधारों ने भारत की रैंक उस श्रेणी में 2014 के मुकाबले 111 से उठाकर 24 कर दी है.’

Previous articleउत्तराखंड निकाय चुनाव में बजा बीजेपी का डंका लेकिन सीएम के गढ़ में मिली हार
Next articleजम्मू-कश्मीर में लोकसभा के साथ हो सकते हैं चुनाव, विधानसभा भंग करने की राज्यपाल ने बताई ये वजह