प्रयागराज, जिसे हम कुंभनगरी भी कहते हैं, इस वक्त एक ऐतिहासिक मेले का गवाह बन रहा है। महाकुंभ मेला 13 जनवरी से शुरू हो चुका है और यह 26 फरवरी तक चलेगा। हर साल की तरह इस बार भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु कुंभ के दौरान संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन इस बार एक खास बात है, कुंभ में सिर्फ श्रद्धालु ही नहीं बल्कि बड़े-बड़े नेता और VVIPs भी शामिल होने जा रहे हैं। खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी महाकुंभ का हिस्सा बनने वाले हैं। आइए जानते हैं कि इस दौरान क्या होने वाला है और इस बार कुंभ में किस तरह की सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महाकुंभ में दौरा
सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने 5 फरवरी को महाकुंभ में शामिल हो सकते हैं। यह यात्रा विशेष तौर पर ध्यान आकर्षित कर रही है, क्योंकि पीएम मोदी के आने से इस आयोजन की अहमियत और भी बढ़ जाएगी। वह महाकुंभ में संगम में पवित्र डुबकी लगाने के अलावा, श्रद्धालुओं से मुलाकात भी कर सकते हैं। इसके अलावा, उनके दौरे से जुड़ी प्रशासनिक तैयारियां भी जोरों पर हैं। PM मोदी के दौरे से पहले केंद्र सरकार के कई बड़े नेता महाकुंभ का हिस्सा बनने जा रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दौरा
महाकुंभ के शाही स्नान की तारीखों पर देशभर के श्रद्धालु जमकर उमड़ रहे हैं और इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 27 जनवरी को कुंभ में शामिल होंगे। उनका कार्यक्रम पूरी तरह से तय हो चुका है। अमित शाह संगम में स्नान करेंगे, गंगा पूजा करेंगे और साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों से बैठकें भी करेंगे। उनके दौरे से पहले सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है, क्योंकि बड़ी संख्या में लोग उनके कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंच सकते हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का महाकुंभ में स्नान
इस बार कुंभ में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी 1 फरवरी को महाकुंभ में शाही स्नान करेंगे। उनका यह दौरा भी महाकुंभ के महत्व को बढ़ाने वाला है। संगम में पवित्र डुबकी लगाने के बाद उपराष्ट्रपति कई अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा ले सकते हैं। उनके दौरे को लेकर भी प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की महाकुंभ यात्रा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी महाकुंभ मेला देखने के लिए प्रयागराज जा सकती हैं। खबरों के मुताबिक, राष्ट्रपति 10 फरवरी को कुंभ मेला का हिस्सा बन सकती हैं। उनके इस दौरे को लेकर प्रशासन में हलचल मच गई है। राष्ट्रपति के प्रयागराज आने के बाद शहर में कई बड़े कार्यक्रम भी आयोजित किए जा सकते हैं। सुरक्षा के लिहाज से राष्ट्रपति के दौरे की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, ताकि उनका यात्रा सुरक्षित और स्मूथ तरीके से हो सके।
कुंभ में श्रद्धालुओं का तांता
सभी VVIPs के दौरे के बीच, कुंभ मेला श्रद्धालुओं से भरा हुआ है। हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम में पवित्र डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। हाल ही में 20 जनवरी तक, कुल 88.1 मिलियन से अधिक श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान कर चुके थे। इस दौरान घने कोहरे के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ है। हर दिन बड़ी संख्या में लोग इस पवित्र आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं, जो महाकुंभ की महानता को दर्शाता है।
शाही स्नान की तारीखें और ज्यादा श्रद्धालु उमड़ेंगे
महाकुंभ मेला 13 जनवरी को शुरू हुआ था और यह 26 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान चार प्रमुख शाही स्नान होंगे। इनमें से पहला शाही स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर, दूसरा 3 फरवरी को बसंत पंचमी के मौके पर, तीसरा 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा पर और चौथा और अंतिम शाही स्नान 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर होगा। इन खास तारीखों पर खास स्नान होने के कारण श्रद्धालुओं का तांता और बढ़ सकता है। प्रशासन इन खास तारीखों के लिए सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर पहले से तैयारियों में जुटा है।
महाकुंभ में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
सुरक्षा को लेकर कुंभ मेला प्रशासन और राज्य सरकार ने हर स्तर पर तैयारियां की हैं। इस समय प्रयागराज में हर प्रमुख चौराहे और कार्यक्रम स्थल पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। गाड़ियों की चेकिंग, भीड़ नियंत्रण, और आपातकालीन सेवाओं के लिए पूरा सेटअप तैयार किया गया है। VVIPs के दौरे को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने विशेष सुरक्षा प्रबंध किए हैं, ताकि कुंभ के इस आयोजन में कोई भी अप्रिय घटना न हो।