लखनऊ: पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को झांसी में 600 मेगावाट के अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क की नींव रखेंगे।
यह कदम बुंदेलखंड इलाके को प्रचुर मात्रा में भूमि और सूर्य के प्रकाश के साथ प्रदेश में सौर ऊर्जा केंद्र में बदलने की कोशिश करता है।
सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक, झांसी परियोजना उन तीन अल्ट्रा-मेगा सौर पार्को में से एक है, जिन्हें केंद्र की अल्ट्रा मेगा अक्षय ऊर्जा पॉवर पार्क (UMREPP) योजना के तहत प्लग एंड प्ले मोड में 2,000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए क्षेत्र में स्थापित करने का प्रस्ताव है।
वैकल्पिक ऊर्जा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, झांसी में 600 मेगावाट के सोलर पार्क के अतिरिक्त, जिसकी नींव 19 नवंबर को पीएम मोदी द्वारा रखी जानी है, ललितपुर में 600 मेगावाट का सोलर पार्क और चित्रकूट में 800 मेगावाट का सोलर पार्क स्थापित करने की भी कार्रवाई की जा रही है।
THDC इंडिया लिमिटेड और न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (UPNEAD ) के संयुक्त उद्यम TUSCO लिमिटेड को बुंदेलखंड में सूरज की रोशनी से 2,000 मेगावाट बिजली उत्पन्न करने के लिए तीन अल्ट्रा-मेगा सौर पार्क स्थापित करने का अधिकार दिया गया है।
डेवलपर ने झांसी की गरौठा तहसील के तहत छह गांवों में सोलर पार्क के विकास के लिए पहले ही 2,609 एकड़ निजी जमीन 242.3 एकड़ सरकारी जमीन की पहचान की है।
अधिकारी ने कहा, विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के मुताबिक, झांसी सौर पार्क की कुल परियोजना लागत 3,013 करोड़ रुपये है, जिसमें से 313.18 करोड़ रुपये पार्क के निर्माण पर ब्यय किए जाएंगे और 2,700 करोड़ रुपये पार्क में सौर यूनिटों की स्थापना में प्रयोग किए जाएंगे।
केंद्र परियोजना लागत का 30 फीसदी देगी। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड सौर पार्क से पैदा होने वाली बिजली खरीदेगा।
इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री भारत डायनेमिक्स लिमिटेड की झांसी यूनिट की बुनियाद भी रखेंगे।
NCC, एलुमनी एसोसिएशन NCC की सिम्युलेटर प्रशिक्षण सुविधा भी प्रारम्भ की जाएगी और प्रधानमंत्री मोदी महोबा में अर्जुन बांध परियोजना का उद्घाटन भी करेंगे।
19 नवंबर को ही PM महोबा और झांसी में दो जनसभाओं के जरिए बुंदेलखंड में भारतीय जनता पार्टी का चुनावी एजेंडा निर्धारित करेंगे।