अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी के रोल के साथ-साथ अंतरिम बजट और लोकसभा चुनाव को लेकर बात की. प्रियंका गांधी वाड्रा को लेकर उन्होंने कहा, ‘महासचिव होने के नाते प्रियंका गांधी का रोल राष्ट्रीय है, मैंने अभी एक टास्क दिया है, पहला टास्क पूरा होने पर दूसरा टास्क भी दिया जाएगा.’
प्रियंका गांधी सिर्फ पूर्वी यूपी नहीं बल्कि पूरे देश में होगा
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आक्रामक रूप से भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हमलावर हैं. हर गरीब को न्यूनतम आय, किसान कर्ज माफी और बहन प्रियंका गांधी वाड्रा की राजनीति में एंट्री से राहुल गांधी ने लगातार कई मास्टरस्ट्रोक चले.
प्रियंका गांधी विदेश से वापस भारत लौट आई हैं, उनके रोल पर राहुल गांधी का कहना है कि प्रियंका गांधी का रोल सिर्फ पूर्वी उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि पूरे देश में होगा.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मेरा मकसद पूर्वी हिस्से में कांग्रेस पार्टी को बढ़ाना है, जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल और तमिलनाडु जैसे क्षेत्र है. उन्होंने कहा कि ये कोई छोटा काम नहीं है, ये एक बड़ा टास्क है. गौरतलब है कि प्रियंका गांधी के राजनीति में किरदार को लेकर राहुल गांधी का पहली बार बयान आया है, वो भी तब जब प्रियंका गांधी अपने विदेश दौरे से वापस लौटी हैं.
लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन ना होने पर कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है. लोकसभा चुनाव के लिए राहुल गांधी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी वाड्रा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी ज्योतिरादित्य सिंधिया को दी है.
यूपी में विचारधारा पर चुनाव लड़ेंगे
इंटरव्यू में सपा-बसपा गठबंधन के बारे में उन्होंने कहा कि वह मायावती और अखिलेश यादव का सम्मान करते हैं, लेकिन हम अपनी विचारधारा पर चुनाव लड़ेंगे. विचारधारा के तौर पर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में कुछ समानताएं हैं, लेकिन गठबंधन ना होने का फायदा हम कांग्रेस पार्टी का दम दिखाकर उठा सकते हैं.
राम मंदिर पर कोई विचार देना सही नहीं
राम मंदिर के मसले पर भी राहुल गांधी ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि ये मामला अभी कोर्ट में है, हम भारत की संवैधानिक संस्थान का सम्मान करते हैं. मेरे लिए अभी इस समय उस पर कोई विचार देना सही नहीं होगा.
मोदी से हर कोई खफा
राहुल गांधी के निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही रहे, उन्होंने कहा कि अपने 15 साल के राजनीतिक करियर में उन्होंने किसी नेता के खिलाफ विपक्ष की ऐसी एकजुटता नहीं देखी है. उन्होंने कहा कि अगर वह आज राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज या अन्य बीजेपी नेताओं से बात करूंगा, तो वह नरेंद्र मोदी के काम करने के तरीके से खफा ही होंगे.
किसानों के साथ एक मजाक है
अंतरिम बजट में केंद्र सरकार द्वारा किसानों को सालाना 6000 रुपये की मदद देने पर राहुल गांधी ने कहा कि ये एक मजाक की तरह है. किसान को सिर्फ 17 रुपये प्रति दिन की मदद देना नाकाफी है. उन्होंने कहा कि किसानों की कर्जमाफी कर कांग्रेस शासित राज्यों ने जो उनकी मदद की है, उस हिसाब से केंद्र सरकार का बजट कुछ भी नहीं है.
इंदिरा गांधी से मोदी की तुलना बेमानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी की तुलना को कांग्रेस अध्यक्ष ने बेमानी बताया. राहुल ने कहा कि ऐसा करना इंदिरा जी का अपमान होगा. उन्होंने कहा कि मेरी दादी के हर फैसले प्यार से भरे हुए होते थे, उन्होंने देश के गरीबों के लिए काम किया है. लेकिन उससे उलट नरेंद्र मोदी का हर फैसला नफरत से भरा हुआ होता है. इसके अलावा नरेंद्र के दिल में गरीबों के लिए जगह नहीं है.