रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने अपनी अलग पार्टी बना ली. राजा भैया बीते 25 सालों से बतौर निर्दलिय विधायक प्रतापगढ़ के कुंड़ा विधानसभा सीट के जीतते आ रहे है. प्रतापगढ़ और इलाबाहाद की सीटों पर उनका अच्छा खाया दबदबा है. राजा भैया ने कहा उनकी पार्टी का मुख्य मुद्दा एससी/एसटी एक्ट का विरोध और प्रमोशन में आरक्षण का विरोध होगा.
‘प्रमोशन में आरक्षण का करेंगे विरोध’
राजा भैया ने आज मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि उनकी पार्टी एससी – एसटी एक्ट के खिलाफ मोर्चा खोलेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि वो जातीय आधार पर मिल रहे आरक्षण के खिलाफ है. राजा भईया ने कहा कि जिस तरह केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में संशोधन किया वो न्यायसंगत नहीं है. साथ ही उन्होंने प्रमोशन में आरक्षण का विरोध किया. बकौल राजा भैया अगर एक बार किसी को आरक्षण का लाभ मिला तो आगे उसको लाभ नही मिलना चाहिए.
राजा भैया ने बताया कि उनकी पार्टी के 80 फीसदी समर्थक चाहते थे कि नई पार्टी का ऐलान किया जाए इसलिए उन्होंने अपनी अलग पार्टी बनाई है. राजा भैया अब 30 नवंबर को लखनऊ के रमाबाई मैदान में अपनी पार्टी की रैली अयोजित करेंगे.राजा भैया की पार्टी का नाम जनसत्ता दल है.
सवर्ण वोट बैंक में सेंध लगाने को कोशिश
राजा भैया जिन मुद्दो को लेकर राजनीति करने का बात कर रहे है उससे वो राज्य के सवर्ण वोट बैंक को अपनी ओड़ मोड़ते हुए दिख रहे है. राजा भैया चुनाव तो एक सीट से लड़ते है लेकिन उनका दबदबा आस पास की एक दर्जन से ज्यादा सीटों पर रहता है. और ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि राजा भैया 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान उम्मीदवार उतार सकते है. राजा भैया की पहचान एक बाहुबली राजपूता नेता के तौर है.