महाराष्ट्र कैबिनेट ने आज एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास किया, जिसमें उद्योगपति रतन टाटा को भारत रत्न देने की सिफारिश की गई है। इस प्रस्ताव को मंजूरी देने से पहले कैबिनेट ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित की। अब यह प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा, जिससे रतन टाटा के प्रति सम्मान व्यक्त किया जा सके।
इससे पहले, शिंदे गुट के नेता राहुल कनाल ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर रतन टाटा का नाम भारत रत्न के लिए प्रस्तावित करने का आग्रह किया था। उनका मानना था कि यह रतन टाटा के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
एक दिन का राजकीय शोक
महाराष्ट्र सरकार ने रतन टाटा की स्मृति में गुरुवार को राज्य में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि इस दिन सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्र ध्वज शोक के प्रतीक के रूप में आधा झुका रहेगा। यह कदम रतन टाटा की विरासत और उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए उठाया गया है।
अंतिम दर्शन के लिए जुटी भीड़
रतन टाटा के पार्थिव शरीर को मुंबई के नरीमन प्वाइंट स्थित राष्ट्रीय प्रदर्शन कला केंद्र में रखा गया है। यहां उनके अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों से लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने आ रहे हैं, और कई प्रमुख हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। रतन टाटा का अंतिम संस्कार आज शाम 4 बजे वर्ली के पारसी श्मशान घाट में किया जाएगा, जहां उन्हें राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी जाएगी।
86 वर्ष की आयु में निधन
रतन टाटा का निधन बुधवार रात को हुआ। वह 86 वर्ष की आयु में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर छा गई है। रतन टाटा ने न केवल उद्योग क्षेत्र में बल्कि समाज सेवा में भी एक गहरा प्रभाव छोड़ा है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।