केंद्र सरकार ने हवाई अड्डों, कैफे, होटल और बस स्टैंड जैसे पब्लिक प्लेस पर लगे चार्जिंग स्टेशन्स का इस्तेमाल करने के खिलाफ चेतावनी जारी की है. सरकार ने लोगों के यूएसबी चार्जर स्कैम से सावधान रहने को कहा है. वैसे तो इससे पहले भी इस तरह की चेतावनी जारी की गई है. इस तरह के स्टेशन्स पर हैकर्स की कड़ी नजर रहती है. चलिए जानते हैं कि इससे यूजर्स को क्या खतरा है और फिर जानेंगे कि कैसे बचा जा सकता है.
जूस-जैकिंग के शिकार: अगर यूजर्स हवाई अड्डों, कैफे, होटल और बस स्टैंड जैसे पब्लिक प्लेस पर लगे चार्जिंग स्टेशन्स का इस्तेमाल करते हैं तो उनकी जानकारी हैक हो सकती है. इस तरह के मामलों के जूस-जैकिंग कहा जाता है. यह एक तरह का साइबर अटैक है जिसमें साइबर फ्रॉड यूजर्स का डाटा चुराते हैं और उनके डिवाइसेज में मैलवेयर इंस्टॉल कर देते हैं. यह काम ज्यादातर पब्लिक यूएसबी चार्जिंग स्टेशन्स पर ही होता है.
जब बिना सोचे-समझे यूजर्स अपनी डिवाइस को किसी पब्लिक चार्जिंग पोर्ट में लगा देते हैं तो हैकर्स उनका डाटा चुरा लेते हैं. इन्हें दूसरी कंपनियों को बेचा जाता है. लोगों की पर्सनल जानकारी चुराकर रैंसमवेयर को अंजाम दिया जाता है. लोगों से फिरौती की मांग भी की जाती है.
कैसे रहें सुरक्षित:
- किसी भी पब्लिक प्लेस पर लगे चार्जिंग पोर्ट से डिवाइस चार्ज न करें. अपने साथ हमेशा पावर बैंक रखें.
- अपने डिवाइस को हमेशा लॉक रखें. किसी भी अनजान डिवाइस के साथ अपनी डिवाइस कनेक्ट न करें.
- अगर आपके साथ कोई साइबर फ्रॉड हो जाता है तो आपको उसकी रिपोर्ट करनी चाहिए. इसके लिए आपको www.cybercrime.gov.in पर जाना होगा. या फिर 1930 पर कॉल करनी होगी.