सरकार की तरफ से वाहन में पेट्रोल भराने को लेकर पीयूसी (Pollution Under Control) जांच अनिवार्य कर दी गई है. अगर आप बिना पीयूसी के वाहन में पेट्रोल भराने पहुंचे तो आपका 10 हजार रुपये का चालान कटना तय है.
दिल्ली सरकार ने इसको लेकर 100 पेट्रोल पंपों पर PUC जांच के लिए कैमरे लगाने और सॉफ्टवेयर स्थापित करने के लिए निजी कंपनी को टेंडर दिया है. इसके चलते नवगति टेक कंपनी को 15 दिन के अंदर अपनी सेवाएं शुरू करनी हैं.
10 हजार रुपये का कटेगा ई-चालान
इसको लेकर परिवहन विभाग के अधिकारी का कहना है कि कंपनी को 15 दिन के अंदर पीयूसी जांच के लिए सिस्टम तैयार करने को कहा गया है, जिसकी लागत अनुमानित 6 करोड़ रुपये है.
इस योजना के तहत पेट्रोल पंपों पर आने वाले वाहनों में वैलिड PUC नहीं होने पर प्रदूषण जांच के लिए कुछ घंटों की मोहलत भी दी जाएगी और इस टाइम पीरियड में पीयूसी नहीं बनवाने पर खुद ही 10 हजार रुपये का ई-चालान कट जाएगा और इसकी सूचना वाहन मालिक को मोबाइल पर भेज दी जायेगी.
इसके साथ ही परिवहन अधिकारी का ये भी कहना है कि कैमरे नंबर प्लेट को स्कैन करके यह पता लगाएंगे कि वाहन के पास वैध पीयूसी है या नहीं. दरअसल, वाहनों का कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) और कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) जैसे विभिन्न प्रदूषकों के उत्सर्जन मानकों के लिए समय-समय पर परीक्षण किया जाता है, जिसके बाद उन्हें पीयूसी प्रमाण पत्र दिया जाता है.