नई दिल्ली। पुलवामा हमले को लेकर सरकार ने पाकिस्तान पर सख्ती दिखाई है, प्रधानमंत्री मोदी का भी कहना है कि हमारे जवानों कि शहादत बेकार नहीं जाएगी… लेकिन देश शायद और इंतज़ार नहीं करना चाहता। आम से लेकर खास- हर कोई बदले की आग में झुलस रहा है। बस हर तरफ से मांग यही है कि दुश्मन देश पर हमला बोल दिया जाए। आमतौर पर यही माना जाता है कि युवाओं को देश दुनिया के हालात से सरोकार नहीं रहता मगर इस आतंकी हमले के बाद ये भ्रम टूट चुका है। कहीं से अगर सबसे ज्यादा प्रतिक्रियाएं आयी हैं तो वो है युवा वर्ग।
सोशल नेटवर्किंग साइट जैसे- वॉट्सएप, फेसबुक, ट्विटर अपनी भावनाओं को साझा करने का एक अहम जरिया हैं, कल तक ‘वेलेंटाइन डे’ को लेकर इज़हार-इश्क-मुहब्बत से भरी ये साइट्स 24 घंटों के भीतर ही देशभक्ति के जज्बे से लबरेज हैं। लोग शहीदों के परिजनों से सहानुभूति जता रहे हैं तो सरकार के रवैये को लेकर गुस्से में हैं। ‘कड़ी कार्रवाई कि जाएगी’, ‘किसी को बख्शा नहीं जाएगा’ जैसे बयान सुनने के मूड में कोई नहीं है। बहादुर जवानों पर कायराना हमले का मंज़र लोगों को अन्दर तक हिला चुका है। फेसबुक वॉलस, वॉट्सएप स्टेटस, डी.पी, ट्विटर सभी सोशल साइटस् ऐसे भावुक पोस्टस् से भरी हैं।
केवल अपनी DP या स्टेटस के जरिए ही नहीं, लोगों ने अपना गुस्सा कॉमेंटस के जरिए भी निकाला है। सभी साइटस् ऐसे कॉमेंटस से भरी हुई हैं, नेताओं ने भी ट्विट कर इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए बीजेपी सरकार को चुनावी राजनीति छोड़, देशहित पर ध्यान देने की सलाह दी है। साथ ही PM नरेंद्र मोदी का एक सालों पुराना विडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें आतंकी हमलों को लेकर वो उस वक़्त कि मनमोहन सरकार को कोसते दिख रहे हैं। ज़ाहिर है आज उन्हीं सवालों के जवाब उन्हें देने हैं।
आज-कल में अगर कोई सबसे बड़ी खबर है तो, वो ये आतंकी हमला ही है जिसने सबकी नींदें उड़ा कर रख दी है। यहां तक कि युवाओं का आक्रोश अब प्रदर्शन की शक्ल ले चुका है
‘देश की मांग है कि जल्द ही दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक हो’
उरी का एक डायलॉग है ‘HOW IS THE JOSH’ जिस पर एक यूजर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि ‘बोलने से कुछ नहीं होगा बल्कि आतंकियों को धड़ाधड़ ठोकने से होगा’।