पणजी: गोवा कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी भी इस बात से बेचैन हैं कि राफेल की फाइलें दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के आवास में हैं और यही वजह है कि वह बुधवार को पणजी के निकट अपने चुनावी भाषण में बार-बार पर्रिकर का नाम ले रहे थे। गोवा कांग्रेस के मीडिया समन्वयक ट्राजनो डिमेलो ने यहां मीडिया से कहा, “मोदी ने गोवा रैली के भाषण में कई बार पर्रिकर का नाम लिया। इससे दो चीजें साबित होती हैं– एक यह कि पर्रिकर का भूत अभी भी प्रधानमंत्री को बेचैन किए हुए है और दूसरी बात कि विश्वजीत राणे (गोवा के स्वास्थ्य मंत्री) के मुताबिक, राफेल की फाइलें पर्रिकर के आवास में हैं, जिनमें भूत झूठ बोल रहा है।”
एक ऑडियो क्लिप में कथित रूप से राणे और स्थानीय पत्रकार के बीच बातचीत चल रही है, जिसमें राणे दावा कर रहे हैं कि पर्रिकर ने दिसंबर, 2018 में हुई कैबिनेट की एक बैठक में स्वीकार किया था कि राफेल सौदे से संबंधित फाइलें उनके पास हैं। इस वाकये पर इस साल जनवरी में संसद में हंगामा हुआ था।
राणे ने बाद में कहा था कि वह ऑडियो टेप ‘डॉक्टर्ड’ है, जबकि पर्रिकर ने कहा था कि कैबिनेट की बैठक के दौरान ऐसी कोई बात नहीं हुई थी। राणे ने हालांकि ऑडियो क्लिप की जांच राज्य और केंद्र की सुरक्षा एजेंसियों से कराने की मांग उठाई थी, लेकिन राज्य के पुलिस विभाग ने औपचारिक जांच की कोई पहल नहीं की। डिमेलो ने कहा, “इससे पता चलता है कि कहीं कुछ गड़बड़ है और संकेत यह मिलता है कि राणे के ऑडियो क्लिप में जो बातचीत है, वह असली है।”
उन्होंने कहा, “एक तरफ तो केंद्र सरकार कहती है (सर्वोच्च न्यायालय से) कि राफेल की फाइलें चोरी हो गईं। दूसरी तरफ उनकी जांच एजेंसियां विपक्षियों को परेशान कर रही हैं और केंद्र व आप (गोवा सरकार) यह पता नहीं लगा पा रहे हैं कि फाइलें किसने चुराईं? और बाद में गोवा के मंत्री कहते हैं कि फाइलें पर्रिकर के आवास में हैं। ये सब चीजें आपस में जुड़ी हुई हैं।”