वायनाड : नामांकन के लिए वायनाड आये कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी ने एक हैरत से भरा बयां दिया है कि वो सीपीएम के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोलेंगे। उन्होंने कहा हालाँकि सीपीएम के मेरे भाई बहन मेरे विरुद्ध बोल रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने अपना परचा दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मैं पूरे चुनाव अभियान में उनके खिलाफ नहीं बोलूंगा।
देश की संस्कृति पर हमला हो रहा है
उन्होंने कहा कि मैं सन्देश देना चाहता हूँ उत्तर से लेकर दक्षिण तक भारत एक है। राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाया कि उनकी कार्यशैली दक्षिण की संस्कृति के खिलाफ एक प्रहार जैसा प्रतीत होती है।
Rahul Gandhi in Wayanad: I have come to Kerala to send a message that India is one, be it North,South,East or West. My aim is to send a message, there is a feeling in South India that the way Centre,Modi ji and RSS are working its like an assault on culture and languages in South pic.twitter.com/QTOjcavP3i
— ANI (@ANI) April 4, 2019
उन्होंने कहा मैंने यहाँ से चुनाव लड़ने का फैसला इसी लिए किया कि दक्षिण में लोगो को एहसास दिलाना चाहता हूँ कि कांग्रेस भारत को एक समझती है। उन्होंने कहा कि आज मोदी सरकार के रहते अलग -अलग प्रांतो की संस्कृति और भाषा पर हमला हो रहा है। उन्होंने कहा मेरे यहाँ से चुनाव लड़ने से सीपीएम नाराज़ है , मगर हम सब नाराज़ है और इस विषय पर मैं कुछ भी नहीं बोलूंगा।
वायनाड की सीमा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटोनी बताय कि यहां के राजनीतिक ,भगौलिक और सांस्कृतिक रूप से इस सीट का काफी महत्व होने के कारण राहुल गाँधी ने यहां से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने कहा वायनाड की सीमा कर्नाटक और तमिलनाडु से लगी हुई है इस कारण भी इसका महत्व बढ़ गया है। उनके यहाँ से चुनाव लड़ने की वजह से सम्पूर्ण दक्षिण भारत को महसूस होगा कि केंद्र में राहुल गाँधी उनके प्रतिनिधि हैं।
अमित शाह ने कसा तंज़
भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रिय अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल पर तंज़ करते हुए कहा कि वो ध्रुवीकरण की राजनीत से जीत हासिल करना चाहते है। अमित शाह ने कहा की मैंने व्हाट्सएप पर पढ़ा की राहुल गाँधी अमेठी से केरल भाग गए हैं। उन्होंने पुछा की आखिर उनको वायनाड क्यों जाना पड़ा? इस प्रश्न का जवाब उन्होंने खुद ही दिया की सभी जानते हैं कि वो अमेठी से क्यों भागे।