‘मोदी सरनेम’ वाले मानहानि मामले में सूरत कोर्ट द्वारा दो साल की कैद की सजा सुनाए जाने के एक दिन बाद ही राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से हाथ होना पड़ा। शुक्रवार को लोकसभा सचिवालय की ओर से पत्र जारी कर केरल के वायनाड सांसद राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द करने का फरमान जारी कर दिया गया। जिसके बाद से कांग्रेस बुरी तरह से भड़की है।
राहुल गांधी की सांसदी रद्द होने पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उनके साथ आए। उन्होंने कहा कि हमारे देश में ‘चोर को चोर’ कहना अपराध है। यहां चोर और लुटेरे खुले घूम रहे हैं और राहुल गांधी को सजा दे दी गई है। यह सीधे तौर पर लोकतंत्र की हत्या है। पूरा सरकारी तंत्र इस समय दबाव में है। यह तानाशाही के खात्मे की शुरुआत है। अब लड़ाई को सही दिशा देने का समय आ गया है।
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म हो गई है। हालांकि, राहुल को अपनी सदस्यता को बचाए रखने के सारे रास्ते बंद नहीं हुए हैं। वो इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दे सकते हैं, जहां अगर सूरत सेशन कोर्ट के फैसले पर स्टे लग जाता है तो सदस्यता बच सकती है।
साथ ही यदि हाईकोर्ट अगर स्टे नहीं देता है तो फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना होगा. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट से अगर स्टे मिल जाता है तो भी उनकी सदस्यता बच सकती है। लेकिन अगर ऊपरी अदालत से उन्हें राहत नहीं मिलती तो राहुल गांधी 8 साल तक कोई चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।