नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस लगातार प्रत्याशियों के नाम तय कर रही है, लेकिन पार्टी ने अब तक यूपी की अमेठी और रायबरेली सीट से उम्मीदवारों के नाम का एलान नहीं किया है। ऐसे में चर्चा इसकी है कि कांग्रेस ये समझ नहीं पा रही कि अपने पुराने गढ़ों अमेठी और रायबरेली से किसे टिकट दिया जाए।
अमेठी से 2014 तक राहुल गांधी लोकसभा चुनाव जीतते रहे। जबकि, रायबरेली से राहुल की मां सोनिया गांधी 2019 तक लोकसभा पहुंचती रही हैं। सोनिया अब राजस्थान से राज्यसभा चली गई हैं। वहीं, राहुल गांधी ने सिर्फ केरल की वायनाड सीट से नामांकन दाखिल किया है। अब सूत्रों के हवाले से ये खबर आ रही है कि वायनाड सीट पर दूसरे चरण की वोटिंग के बाद राहुल गांधी अमेठी सीट से भी परचा दाखिल कर सकते हैं।
अमेठी लोकसभा सीट पर 20 मई को वोटिंग होनी है। पांचवें दौर के मतदान में इस सीट पर लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। बीजेपी की तरफ से यहां एक बार फिर स्मृति इरानी ही उम्मीदवार हैं। स्मृति इरानी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट पर राहुल गांधी को हराया था। राहुल गांधी पिछली बार वायनाड सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंच सके थे। वहीं, सोनिया गांधी कांग्रेस की तरफ से यूपी में जीतने वाली अकेली प्रत्याशी रही थीं। अमेठी से अगर राहुल गांधी चुनाव लड़ते हैं, तो रायबरेली से किसे कांग्रेस उतारेगी? ये चर्चा भी हो रही है।
अब सबकी नजर इस पर है कि अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस कब उम्मीदवार घोषित करती है। वहीं, बीजेपी लगातार ये दावा कर रही है कि अमेठी के अलावा रायबरेली सीट पर भी इस बार कांग्रेस लोकसभा चुनाव हार जाएगी। बीजेपी का दावा है कि इस बार यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर उसे और सहयोगी दलों को ही जीत मिलने जा रही है।