हरियाणा के असंध में एक चुनावी रैली के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने किसानों और युवाओं के मुद्दों को उठाते हुए पूछा कि आखिर हरियाणा के युवा अमेरिका क्यों जा रहे हैं?
जातिगत जनगणना की मांग
राहुल गांधी ने अपनी बातों में जातिगत जनगणना पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “इलेक्शन कमीशन, ईडी और सीबीआई में बीजेपी के लोग हैं। वहां आपको गरीब और दूसरी जातियों के लोग नहीं मिलेंगे। इसलिए हम जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी संविधान पर हमले कर रही है और आरएसएस द्वारा जातिगत जनगणना की मांग का बहाना बनाकर उसे रोकने की कोशिश की जा रही है।
युवाओं की विदेश यात्रा का मुद्दा
राहुल गांधी ने रैली में युवाओं की विदेश यात्रा पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, “जब मैं अमेरिका गया, तो मैंने देखा कि एक कमरे में 15-20 लोग सो रहे थे। कई युवाओं ने वहां पहुंचने के लिए 30-50 लाख रुपये का कर्ज लिया या अपनी जमीन बेच दी। जब मैंने उन्हें बताया कि वे उसी पैसे से हरियाणा में बिजनेस शुरू कर सकते हैं, तो उन्होंने कहा कि यहां ऐसा करना संभव नहीं है।”
हरियाणा की सरकार की नीतियों पर सवाल
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने राज्य और उसके युवाओं को खत्म कर दिया है। करनाल में एक बच्चे को कंप्यूटर पर चिल्लाते हुए अपने पिता से वीडियो कॉल के दौरान अमेरिका वापस आने की गुहार लगाते देखा। यह दर्शाता है कि युवा किस हद तक निराश हैं।
देश की संस्थाओं पर आरएसएस का नियंत्रण
राहुल गांधी ने यह भी कहा, “यह लड़ाई हरियाणा की नहीं, बल्कि हिंदुस्तान को बचाने की है। देश की सारी संस्थाएं आरएसएस के हवाले कर दी गई हैं, जिसका पूरा कंट्रोल नागपुर का है। इसमें हिंदुस्तान के 90 फीसदी लोगों के लिए कोई जगह नहीं है।”
राहुल गांधी के इस भाषण ने हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल पैदा कर दी है, खासकर आगामी चुनावों को देखते हुए। उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे किसानों, युवाओं और जातिगत जनगणना को लेकर काफी महत्वपूर्ण हैं और इनसे चुनावी माहौल में बदलाव आ सकता है।