1984 के सिख दंगे पर ‘हुआ तो हुआ’ कहकर निशाने पर आये कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा पर अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने नज़र टेढ़ी की है. पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में कांग्रेस गाँधी ने इस मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि सैम पित्रोदा ने जो बयान दिया है, वो बिलकुल बेतुका है. इसके लिए उन्हें पूरे देश से माफ़ी मांगनी चाहिए.
1984 के सिख दंगे पर राहुल की सफाई
बकौल राहुल गाँधी, ‘मैंने खुद सैम पित्रोदा को फोन कर कहा कि आपने गलत बात बोली है. आपको इसके लिए सार्वजानिक रूप से माफ़ी मांगनी चाहिए.’
इससे पहले अपने बयान पर हंगामा मचता देख कांग्रेस के प्रवासी भारतीय अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने माफ़ी मांगते हुए कहा था कि उनकी हिन्दी ख़राब है. वो जो कहना चाहते थे, वैसा पूरी तरह हिन्दी में नहीं बोल पाए. पित्रोदा ने कहा कि वह ‘जो हुआ, बुरा हुआ’ कहना चाहत थे. लेकिन उनकी जुबान से कुछ और निकल गया.
पित्रोदा के इस बयान हुआ था विवाद
हाल में नानावटी आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बीजेपी ने आरोप लगाया था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने सिखों को मारने का आदेश दिया था। इस पर सैम ने कहा था कि पहले बीजेपी अपने पांच साल के कार्यकाल को देखे। फिर दूसरे पर आरोप लगाए। सैम ने कहा था कि हुआ, तो हुआ। इतिहास पर बात करने की बजाय बीजेपी को वर्तमान पर बात करनी चाहिए।