नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को देश में दुष्कर्म के मामले, खासकर बिहार के मुजफ्फरपुर और उत्तर प्रदेश के देवरिया के आश्रय गृहों में दुष्कर्म के मामलों में प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी को लेकर निशाना साधा और कहा कि महिलाओं के विरुद्ध अत्याचार ने देश को 3000 वर्ष पीछे धकेल दिया है.
उन्होंने मोदी सरकार के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम पर भी निशाना साधा और सवाल उठाया कि किससे बेटी को बचाया जाना चाहिए. राहुल ने उनकी पार्टी द्वारा आयोजित महिला अधिकार सम्मेलन में कहा, “उत्तर प्रदेश में, जब महिलाओं के साथ दुष्कर्म होता है, प्रधानमंत्री एक भी शब्द नहीं बोलते हैं.”
उन्होंने कहा, “झारखंड में, वह जाते हैं और बुलेट ट्रेन, टॉयलेट, हवाईजहाज जैसे अन्य मुद्दे पर बोलते हैं, लेकिन वह वहां महिलाओं के बारे में एक पंक्ति नहीं बोलते. वह चुप्पी साध लेते हैं जब महिलाओं के साथ अत्याचार की घटनाएं या दुष्कर्म के मामले सामने आते हैं.”
ये भी पढ़ें- UP के देवरिया में मुजफ्फरपुर जैसा कांड, काली और सफेद गाडियों में भेजी जाती थी लड़कियां
बिहार के मुजफ्फरपुर आश्रय गृह दुष्कर्म मामले में मोदी की चुप्पी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, “बिहार में नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म हुआ. लेकिन उन्होंने घटना की निंदा के लिए एक शब्द नहीं बोला, जबकि उनकी पार्टी के सदस्य आरोपी को बचा रहे हैं.”
उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में उनके विधायक दुष्कर्म का आरोपी हैं, लेकिन प्रधानमंत्री और भाजपा अध्यक्ष एक शब्द नहीं बोलते.” कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “यह एक ट्रेंड बन गया है कि भारत की प्रत्येक महिला अपने घर से डर के साथ बाहर आती है. जब प्रधानमंत्री के समक्ष, यह कहा जाता है कि आपका देश महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है और आपकी सरकार महिलाओं को सुरक्षा दिलाने में असमर्थ है, वह एक भी शब्द नहीं बोलते.”
वह पूरी दुनिया में जा सकते हैं और नेताओं को गले लगा सकते हैं, लेकिन यह नहीं बताते कि भारत में महिलाएं क्यों नहीं सुरक्षित हैं. वह भारत के बदलाव की बात करते हैं. वह कांग्रेस के 70 साल के शासन की बात करते हैं. वह सही हैं, क्योंकि बीते चार वर्षों में जो महिलाओं के साथ हुआ है, वह बीते 3000 वर्षो में नहीं हुआ था, 70 वर्ष को तो छोड़ ही दीजिए.
ये भी पढ़ें- देवरिया: बच्चियों से यौन शोषण के खुलासे के बाद बालिका गृह सील, हटाए गए DM
राहुल ने कहा, “मोदी सरकार एक कार्यक्रम लेकर आई, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’. हम यह नहीं समझ सके कि वे किससे बेटियों को बचाने की बात कर रहे हैं. हमें भाजपा के विधायकों से बेटियों को बचाना है.”