नई दिल्ली: कोविड 19 के प्रभावों को लेकर जारी चर्चा के क्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका के पूर्व राजनयिक निकोलस बर्न्स से बातचीत की। शुक्रवार सुबह 10 बजे को इस चर्चा का वीडियो कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी किया गया। निकोलस बर्न्स ने कहा कि भारत और अमेरिका दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र हैं। दोनों देशों के बीच सैन्य संबंध मजबूत हुए हैं, और दोनों देशों को एक-दूसरे के लिए अपने दरवाजे खुले रखने चाहिए। बर्न्स फिलहाल हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में डिप्लोमैसी एंड इंटरनेशनल रिलेशंस के प्रोफेसर हैं।
बर्न्स ने तमाम मुद्दों पर बात रखी, नीचे दिया लिंक क्लिक करके देखें बातचीत
https://www.youtube.com/watch?v=ZbJ_ji91DFg
कोरोना पर मिलकर काम नहीं किया
निकोलस बर्न्स ने कहा कि कोरोना संकट में मोदी, ट्रम्प और शी जिनपिंग के पास मिलकर काम करने का मौका था। जितना काम हो सकता था उतना शायद नहीं हुआ। मुझे लगता है कि अगला संकट आएगा तो बेहतर काम होगा। भविष्य में कोई महामारी आती है तो दोनों देश मिलकर अपने गरीबों के लिए काफी कुछ कर सकते हैं।
चीन-अमेरिका संबंध
इस बारे में निकोलस बर्न्स ने कहा कि हम चीन के साथ संघर्ष नहीं चाहते। वहीं हम खुद को चीन से अलग नहीं रख सकते। मैं बिना हिंसा के सहयोगी तरीके से प्रतियोगिता के पक्ष में हूं।
चीन छिपाता है
निकोलस बर्न्स ने राहुल गांधी के एक सवाल के जवाब में कहा कि लोग कह रहे हैं कि चीन कोरोना से जीत रहा है, लेकिन मेरा मानना है भारत और अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देशों के मुकाबले चीन में खुलेपन की कमी है।
राहुल की छठे एक्सपर्ट से चर्चा
कोरोना और उसके असर को लेकर राहुल गांधी अलग-अलग क्षेत्रों के देश-विदेश के विशेषज्ञों से वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिये चर्चा कर रहे हैं। ऐसे डिस्कशंस का रिकॉर्डेड वीडियो उनकी पार्टी द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर किया जाता है। निकोलस बर्न्स से पहले राहुल करीब डेढ़ महीने में 5 एक्सपर्ट से बात कर चुके हैं।