भारतीय रेलवे ने इस बार एक नया अपडेट जारी किया है। रेलवे ने “ट्रेन्स एट ए ग्लांस” का 44वां संस्करण जारी किया है, जो बुधवार यानी 1 जनवरी 2025 से लागू हो जाएगा। इसमें कई ट्रेनें पहले से ज्यादा तेज चलेंगी, कुछ के टाइम में बदलाव होंगे, तो कई नई ट्रेनें भी जोड़ दी जाएंगी। तो, अगर आप ट्रेन से यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है!
नई टाइम सारणी, नई ट्रेनें और बदलाव
रेलवे की नई टाइम सारणी के अनुसार, कुल 2,875 ट्रेनों के नंबर बदल दिए गए हैं। इनमें एक्सप्रेस और पैसेंजर दोनों ही तरह की ट्रेनें शामिल हैं। समय की बात करें तो, कई ट्रेनों के चलने का समय और गंतव्य तक पहुंचने का समय भी बदल दिया गया है। इस बार रेलवे ने एक्सप्रेस ट्रेनों के समय में 5 मिनट से लेकर 1 घंटे तक का बदलाव किया है। वहीं, पैसेंजर ट्रेनों के समय में 5 मिनट से लेकर 20 मिनट तक का अंतर है।
ज्यादातर ट्रेनों के टाइम में बदलाव
जैसे कि डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस अब पाटलिपुत्र से 4:15 बजे के बजाय 4:05 बजे चलेगी। ठीक इसी तरह, आनंद विहार जनशताब्दी एक्सप्रेस दानापुर से अब 4 बजे की बजाय 3:50 बजे रवाना होगी। कोविड के दौरान जिन ट्रेनों के नंबर में ‘जीरो’ जोड़ा गया था, उनके नंबर भी अब बदल दिए जाएंगे। यात्री इस बदलाव के बारे में जानकारियां रेलवे की साइट या नई टाइम सारणी से ले सकते हैं।
62 नई विशेष ट्रेनें और तेज गति वाली ट्रेनें
नई समय सारणी में खास ध्यान दिया गया है वंदे भारत ट्रेनों का। इसके अलावा, 62 नई विशेष ट्रेनें (31 जोड़ी) भी जोड़ दी गई हैं, जो पिछले साल से शुरू की गई थीं। ट्रेनों की रफ्तार में भी कई बदलाव किए गए हैं। जैसे, साबरमती से वाराणसी जाने वाली ट्रेन अब एक घंटे पहले पहुंचेगी। साथ ही, सिवनी से फिरोजपुर जाने वाली ट्रेन का समय भी 35 मिनट कम हो जाएगा।
नई ट्रेन रूट्स और स्थगन
इसके अलावा, रेलवे ने कुछ रूट्स पर ट्रेनों के चलने के समय में भी बदलाव किए हैं। जैसे, दिल्ली से छपरा, दिल्ली से पटना, और मुंबई से बलिया जाने वाली ट्रेनों के रूट्स में बदलाव किया गया है। यही नहीं, 90 ट्रेनें ऐसी हैं जिनके संचालन को कोहरे के कारण आंशिक रूप से रद्द किया गया है या उनकी संख्या घटाई गई है। पर्व-त्योहारों के दौरान यात्रियों की संख्या बढ़ने पर रेलवे 4056 विशेष ट्रेनों का संचालन करेगा, ताकि लोग आसानी से यात्रा कर सकें।
ट्रेनों के नए रूट्स और स्टॉपेज टाइम
भारतीय रेलवे ने कुछ ट्रेनों के रूट्स को भी बढ़ा दिया है। अब 46 जोड़ी ट्रेनें अपने निर्धारित गंतव्य से आगे कुछ और स्टेशनों तक जाएंगी। इसके अलावा, कई ट्रेनों के स्टॉपेज टाइम में भी बदलाव किया गया है। इससे यात्रियों को अधिक सुविधा मिलेगी।
क्या है ‘ट्रेन्स एट ए ग्लांस’?
‘ट्रेन्स एट ए ग्लांस’ एक ऐसा दस्तावेज है जिसमें ट्रेनों से जुड़ी सारी जरूरी जानकारी दी जाती है। इसमें ट्रेनों के नंबर, नाम, रूट, स्टेशनों का विवरण, ऑनलाइन टिकट बुकिंग, तत्काल आरक्षण, टिकट रिफंड और छूट जैसी जानकारी भी दी जाती है। यह यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बनाने में मदद करता है।
आखिरकार क्यों है यह जरूरी बदलाव?
रेलवे के मुताबिक, यह बदलाव खासतौर पर यात्रियों के बढ़ते दबाव और ट्रेनों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं। रेलवे के आधुनिकीकरण से यह बदलाव और तेज़ गति वाली ट्रेनों को लागू करने में मदद मिली है। समय पर पहुंचने के साथ-साथ अब यात्रा का अनुभव भी बेहतर होगा।
तो, अगर आप भी किसी ट्रेन से यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो एक बार अपनी ट्रेन का सही नंबर और समय ज़रूर चेक कर लें, ताकि आपकी यात्रा आरामदायक और सही समय पर हो सके।