मायावती के करीबी रहे बृजलाल से कभी BJP को थी दिक्कत अब खुद दिया राज्यसभा टिकट, क्या है वजह

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने दो राज्यों की राज्यसभा सीटों (Rajya Sabha Elections ) के लिए अपने प्रत्याशी का (BJP Candidate ) ऐलान कर दिया है। बीजेपी ने उत्तर प्रदेश के लिए आठ तो उत्तराखंड के लिए एक प्रत्याशी के नाम का एलान किया है। यूपी से जिन आठ प्रत्याशियों का नाम फाइनल हुआ है, उसमें पार्टी ने जातीय समीकरण का पूरी तरह ख्याल रखा है। सूची में दो महिलाओं के भी नाम हैं, जो लग अलग जाति से आती हैं। हालांकि इस सूची में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस प्रमुख बृजलाल का है। जो मायावती के बेहद करीबी रहे हैं और दलित भी हैं।

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बृजलाल पर मेहरबान थीं मायावती

4 बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित 1977 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अफसर बृजलाल जनवरी 2015 में बीजेपी में शामिल हुए थे। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती से उनके संबंध कितने अच्छे थे, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि सितंबर 2011 में मायावती ने सारे नियमों को दरकिनार कर बृजलाल को तरक्की देते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) बना दिया था। बृजलाल की गिनती उत्तर प्रदेश में सबसे ताकतवर अफसरों में की जाती रही है।

कभी खिलाफ भी बीजेपी

यूपी के विधानसभा चुनाव से पहले कई विपक्षी दलों ने बृजलाल के डीजीपी पद पर बने रहने की चुनाव आयोग से शिकायत की थी। विरोध करने वाले दलों में बीजेपी भी शामिल थी। इसके बाद आयोग ने जनवरी 2012 में आईपीएस बृजलाल को डीजीपी के पद से हटा दिया।

बीएसपी नहीं बीजेपी भाया

कभी बसपा और मायावती से बेहद करीबी रहे बृजलाल ने जनवरी 2015 में एक चौंकाने वाला कदम उठाते हुए भारतीय जनता पार्टी का दामन थामकर राजनीति में डेब्यू कर लिया। अब बीजेपी ने बृजलाल को राज्यसभा भेजकर यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा दलित कार्ड खेला है।

 

यूपी की राज्यसभा सीट के प्रत्याशी

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