मुंबई के पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया ने आतंकी अजमल कसाब को लेकर बड़ा खुलासा किया है।पूर्व कमिश्नर राकेश मारिया ने लिखा है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी कसाब को एक हिंदू के तौर पर मारना चाहती थी. उन्होंने अपनी किताब ‘लेट मी से इट नाउ’ में ये खुलासा किया है. इस पर अब राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो चुकी है. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता पीयूष गोयल ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वो कसाब के जरिए हिंदू आतंकवाद को साबित करने की कोशिश कर रही थी.
पीयूष गोयल ने पूर्व पुलिस कमिश्नर के इस खुलासे को लेकर कांग्रेस को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बड़ी साजिश रची थी। वहीं गोयल ने पूर्व कमिश्नर पर भी सवाल उठाए कि उन्होंने तब ये बात क्यों नहीं बताई थी. गोयल ने इस मामले पर कहा- “मारिया जी ने ये सब बातें अभी क्यों बोलीं, उन्हें तब ये बातें बोलनी चाहिए. इस पर एक्शन लेना चाहिए था. मेरे खयाल से कांग्रेस द्वारा बहुत गहरी साजिश रची गई थी. उन्होंने चिदंबरम साहब के कहने पर हिंदू टेरर का मुद्दा खड़ा करने की कोशिश की थी. मैं कांग्रेस की निंदा करता हूं जो हिंदू टेरर के झूठे आरोपों पर देश को गुमराह करते हैं. मैं समझता हूं कि टेरर का कोई धर्म नहीं होता. कांग्रेस ने झूठे आरोपों में कुछ लोगों को फंसाने की कोशिश की थी.”
दरअसल मुंबई के पूर्व कमिश्नर राकेश मारिया ने अपनी किताब ‘Let Me Say It Now (लेट में से इट नाउ)’ में कसाब को लेकर कई बातें लिखीं हैं. उन्होंने ये भी बताया है कि कसाब के हाथ पर कलावा क्यों बांधा गया था. क्योंकि पाकिस्तानी एजेंसी उसे एक हिंदू के तौर पर साबित करना चाहती थी. इसीलिए उसे समीर दिनेश चौधरी के नाम से आईडी कार्ड दिया गया था.
मारिया ने अपनी किताब में बताया है कि कसाब को जिंदा रखना उनके लिए काफी अहम हो गया था, क्योंकि मुंबई पुलिस में भी उसके लिए नफरत और गुस्सा था. इसके अलावा, पाकिस्तान के आईएसआई और लश्कर भी अपने खतरनाक साजिश के एकमात्र जीवित सबूत को खत्म करने के लिए हर रास्ता अपनाने को तैयार थे. इसके लिए दाऊद से भी संपर्क किया गया था.