रामनगरी अयोध्या में आज रामभक्तों का लंबा इंतजार खत्म हो गया। श्रीराम मंदिर के पहले तल पर राम दरबार सज गया है, जिसमें प्रभु श्रीराम के साथ माता सीता, हनुमान जी, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न की मूर्तियां विराजमान हैं। गंगा दशहरा के मौके पर आज अभिजीत मुहूर्त में वैदिक मंत्रों के बीच राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा हुई। साथ ही मंदिर के परकोटे पर बने 8 देवी-देवताओं के मंदिरों में भी प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन हुआ। इस खास मौके पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। उन्होंने विग्रह की आरती उतारी। खास बात ये कि आज सीएम योगी का जन्मदिन भी है, और इस खास दिन राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा हुई।
योगी ने सबसे पहले नवाया शीश
प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम वैदिक मंत्रों के साथ संपन्न हुआ। सबसे पहले सीएम योगी ने राम दरबार में शीश नवाया। राम मंदिर के परकोटे पर बने सात मंदिरों में भी मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा हुई। इनमें ईशान कोण में शिवलिंग, अग्नि कोण में श्रीगणेश, दक्षिणी भुजा में हनुमान जी, नैरित्र कोण में सूर्य देव, वायव्य कोण में मां भगवती और उत्तरी भुजा में माता अन्नपूर्णा की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई।
राम-सीता की मूर्तियां सिंहासन पर विराजमान
राम दरबार में भगवान राम और माता सीता की मूर्तियों को 2 फुट ऊंचे सफेद संगमरमर के सिंहासन पर स्थापित किया गया है। ये दरबार मंदिर के पहले तल पर सजाया गया है। उनके साथ हनुमान जी और लक्ष्मण की मूर्तियां भी बैठी हुई मुद्रा में रखी गई हैं।
101 आचार्यों ने किया अनुष्ठान
राम मंदिर के पहले तल पर राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान अयोध्या और काशी के 101 आचार्यों ने मंत्रोच्चार के साथ पूरा किया। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा इस समारोह के मुख्य यजमान रहे। सीएम योगी ने भी पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया।
रामनगरी में गूंजे राम भजन
देश-दुनिया से आए रामभक्त प्राण प्रतिष्ठा के इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। अयोध्या की गलियों में राम भजनों की गूंज सुनाई दे रही थी। हर कोने में रामभक्ति की लहर दिख रही थी। श्रद्धालु पूरी तरह भक्ति में डूबे नजर आए।
डॉ. अनिल मिश्रा बने मुख्य यजमान
22 जनवरी 2024 को हुए रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में डॉ. अनिल मिश्रा और उनकी पत्नी मुख्य यजमान थे। इस बार भी उन्हें ये सौभाग्य मिला है। डॉ. मिश्रा ने राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा में भी मुख्य यजमान की भूमिका निभाई।
योगी ने की रामलला और हनुमानगढ़ी की पूजा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या पहुंचकर सबसे पहले हनुमानगढ़ी में महावीर हनुमान की पूजा-अर्चना की। इसके बाद वो श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पहुंचे और रामलला के दर्शन किए। थोड़ी देर बाद वो प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए।
अयोध्या की सड़कें सजीं, भगवा ध्वज लहराए
प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया। गलियां, मंदिर और सड़कें फूलों, रंगोली, दीपों और भगवा ध्वजों से जगमगा रही थीं। हर तरफ रामभक्ति का माहौल था। श्रद्धालु रामलला के साथ-साथ राजा राम के दरबार के दर्शन को बेताब दिखे।
योगी ने उतारी विग्रह की आरती
सीएम योगी ने इस समारोह में हिस्सा लिया और विग्रह की आरती उतारी। वो करीब 6 घंटे अयोध्या में रहे, जिसमें 2 घंटे राम मंदिर परिसर में बिताए। इस दौरान उन्होंने रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन भी किए।
रामभक्तों का उमड़ा सैलाब
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब मर्यादा पुरुषोत्तम राम का दरबार सज रहा है। मंदिर के पहले तल पर भगवान राम को राजा राम के रूप में स्थापित किया गया। उनके साथ माता जानकी, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी की मूर्तियां भी विराजित की गईं। अयोध्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
गंगा दशहरा पर सजा राम दरबार
गंगा दशहरा के खास मौके पर राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा हुई। पिछले तीन दिनों से धार्मिक अनुष्ठान चल रहे थे। हर तरफ जय श्रीराम के नारे गूंज रहे थे। अयोध्या में भक्ति का माहौल चरम पर था।
डेढ़ साल बाद फिर प्राण प्रतिष्ठा
22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। अब डेढ़ साल बाद 5 जून 2025 को राम मंदिर के पहले तल पर राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा हुई। खास बात ये कि ये समारोह सीएम योगी के जन्मदिन के दिन हुआ, जिसने इस मौके को और खास बना दिया।