उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने आयुष विभाग में खाली पड़े 4,350 पदों को भरने का मास्टर प्लान शुरू कर दिया है। योगी जी ने हाल ही में आयुष विभाग की एक मीटिंग में साफ-साफ कह दिया कि इन रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जाए। बस फिर क्या, आयुष विभाग ने तुरंत कमर कस ली और आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथिक चिकित्सा सेवाओं में खाली पड़े इन पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी। इनमें से कुछ पद प्रमोशन से, कुछ डायरेक्ट भर्ती से, और कुछ लेखा-वित्तीय व पीएसएस संवर्ग के जरिए भरे जाएंगे।
योगी का मिशन: पारंपरिक चिकित्सा को मजबूत करना
आयुष विभाग के बड़े अफसर रंजन कुमार ने बताया कि सीएम योगी ने मीटिंग में साफ निर्देश दिए थे कि आयुष चिकित्सा सेवाओं को और बेहतर करने के लिए खाली पदों को प्राथमिकता के साथ भरा जाए। उनका मकसद है कि यूपी में आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथिक जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को और मजबूत किया जाए। इसके लिए जरूरी है कि इन विभागों में पर्याप्त स्टाफ हो। इसलिए अब निदेशक, उप निदेशक, प्राचार्य, प्रोफेसर, लेक्चरर, चिकित्साधिकारी, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट, मैट्रन और रीडर जैसे तमाम अहम पदों पर भर्ती की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो गई है।
कितने पद खाली, कितने भरे?
रंजन कुमार ने ब्रेकअप भी दिया। आयुर्वेद चिकित्सा में कुल 7,233 स्वीकृत पद हैं, जिनमें से 4,208 भरे हुए हैं और 3,025 खाली पड़े हैं। यूनानी चिकित्सा में 462 पदों में से 301 भरे हैं और 161 खाली हैं। वहीं, होम्योपैथिक चिकित्सा में 3,818 स्वीकृत पदों में से 2,654 भरे हैं और 1,164 अभी खाली हैं। इन सभी रिक्त पदों को भरने के लिए प्रमोशन, डायरेक्ट भर्ती, लेखा-वित्तीय संवर्ग और पीएसएस संवर्ग जैसे रास्तों का इस्तेमाल किया जाएगा।