लखनऊ। यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा एक्शन लिया है। सीएम योगी की सरकार ने पेपर लीक मामले में पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष पद से आईपीएस रेणुका मिश्रा को हटा दिया है। रेणुका मिश्रा की रैंक डीजी स्तर की है। योगी सरकार ने अब डीजी स्तर के आईपीएस राजीव कृष्ण को यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड का अध्यक्ष बनाया है। सीएम योगी ने पेपर लीक मामले को गंभीरता से लेते हुए पहले ही भर्ती परीक्षा को रद्द करने का एलान किया था। योगी ने ये भी निर्देश दिए थे कि अभ्यर्थियों की अगले 6 महीने के भीतर परीक्षा ली जाए। पुलिस भर्ती बोर्ड को 60000 से ज्यादा सिपाहियों की भर्ती करनी थी।
रेणुका मिश्रा को पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाने के बाद प्रतीक्षारत किया गया है। वो 1990 बैच की आईपीएस हैं। जबकि, नए बनाए गए बोर्ड अध्यक्ष राजीव कृष्ण 1991 बैच के हैं। राजीव कृष्ण अब तक सतर्कता अधिष्ठान के डायरेक्टर पद पर थे। इस पद के साथ वो अब पुलिस भर्ती बोर्ड का जिम्मा भी संभालेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुलिस भर्ती का पेपर लीक होने के बाद सार्वजनिक तौर पर कहा था कि इस मामले में जुड़े लोगों को सरकार कतई नहीं बख्शेगी। पेपर लीक होने के बाद माना जा रहा था कि कई अफसरों पर सीएम योगी इस मामले में ढिलाई पर गाज गिरा सकते हैं।
सीएम योगी के निर्देश पर पुलिस में सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है। यूपी एसटीएफ ने इस मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा फरवरी में दो दिन कराई गई थी। दूसरे दिन की दूसरी पाली में पेपर लीक का मामला सामने आया था। जिसके बाद अब सीएम योगी के निर्देश पर बड़े अफसर के खिलाफ कार्रवाई हुई है।