उत्तरकाशी: टनल में घुसी NDRF की टीम,अब महज 12 मीटर ड्रिलिंग बाकी

उत्तरकाशी: टनल में घुसी NDRF की टीम,अब महज 12 मीटर ड्रिलिंग बाकी

उत्तराखंड के उत्तराकाशी में सिलक्यारा सुरंग ढहने जाने के फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए बीते 11 दिन बचाव अभियान जारी है। 41 जिंदगियों को बचाने की जद्दोजहद अब अंतिम पड़ाव में है और आज किसी भी वक्त अच्छी खबर आ सकती है। बचाव दल के सदस्य गिरीश सिंह रावत ने गुरुवार सुबह कहा कि बचाव अभियान लगभग अपने अंतिम चरण में है, अगले एक से दो घंटों के भीतर परिणाम आने की उम्मीद है। खबरों के अनुसार टनल में खुदाई कर ही अमरीकी ऑगर मशीन में कुछ खराबी के चलते उसे बंद करना पड़ा है। वहीं, दिल्ली से 7 एक्सपर्ट हेलिकॉप्टर से उत्तरकाशी पहुंच रहे हैं। उत्तरकाशी सुरंग में राहत बचाव कार्य अभियान में जुटी NDRF की टीम टनल में घुस गई है।

ऑगर मशीन अभी बंद है। एक्सपर्ट्स के पहुंचने के बाद जल्द ही उसके शुरू होने की उम्मीद है। ड्रिलिंग के बीच में जो लोहे की चीजें आ रही थीं, उन्हें हटा दिया गया है। अब कुल 12 मीटर की खुदाई होनी बाकी है।

सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों को बचाने की तैयारी अंतिम चरण में है। घटनास्थल पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद मौजूद हैं। वहीं, धानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे भी सिल्कयारा सुरंग स्थल पर पहुंचे हैं।

उत्तरकाशी सुरंग में गुरुवार को 12वें दिन भी राहत बचाव कार्य जारी है। बताया जा रहा है कि अब सिर्फ 6-8 मीटर का दायरा ड्रिलिंग करना शेष है। इसी बीच मीडिया में खबर आ रही है कि टनल में खुदाई कर रही अमरीकी ऑगर मशीन में कुछ खराबी आ गई है। उसको ठीक करने के लिए दिल्ली से हेलिकॉप्टर के जरिए 7 एक्सपर्ट बुलाए गए हैं।

अधिकारियों ने घटनास्थल पर बचाव दल के साथ तेजी से काम कर रहे है। प्रशासन ने पहले से ही 30 एम्बुलेंस की व्यवस्था कर ली है। इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 41 बिस्तरों का अस्थाई अस्पताल तैयार किया गया है।

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