हाल ही में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आए है। पांच राज्यों में से तीन राज्य मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने प्रचंड जीत हासिल की। भाजपा ने चुनावी राज्यों में इस बार कई सांसदों को मैदान में उतारा। जिनमें अधिकांश सांसदों ने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है। इस बीच खबर है कि तीनों राज्योंं में विधानसभा चुनाव जीतने वाले सांसदों को लेकर भाजपा ने आज बड़ा फैसला लिया है। चुनावी राज्यों में जीत हासिल करने वाले भाजपा सांसदों ने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के 10 सांसदों ने अपना इस्तीफा स्पीकर को साैंप दिया है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव जीतने वाले सांसदों में नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल, रीति पाठक, राकेश सिंह, राव उदय प्रताप सिंह का नाम शामिल हैं। एमपी में भाजपा ने चुनावी मैदान में 7 सांसदों को उतारा था जिसमें 5 सांसदों ने जीत प्राप्त की हैं। इसके अलावा राजस्थान में राज्यवर्धन सिंह राठौर, दीया कुमारी, किरोणी लाल मीणा का नाम मौजूद हैं। छत्तीसगढ़ में गोमती साई और अरुण साव हैं। वहीं इन सांसदों के इस्तीफे देने के बाद अब तीनों राज्यों में हलचल तेज हो गई है कि आखिर इन सांसदों को इस्तीफा देकर कौन सा जिम्मा सौंपा जा सकता है। माना जा रहा है कि इन सीएम फेज इन विधायकों में से होगा।
अपने इस्तीफे पर भाजपा नेता प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा, “मैं अपने पार्टी का हृदय से धन्यवाद करता हूं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने के बाद पीएम मोदी से आर्शीवाद लिया और लोकसभा से त्यागपत्र माननीय अध्यक्ष को दिया है। यहां 3 दशक से ज्यादा का अनुभव है जो जीवन का बड़ा अनुभव है ये अनुभव मुझे आने वाले जिंदगी में काम आएगा। मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष और पीएम का फिर से आभार व्यक्त करता हूं। मैं अभी कुछ ही देर में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाला हूं।”
बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 163 सीटें जीती, जबकि ने कांग्रेस 66 सीटें ही जीत पाई। इसके अलावा राजस्थान में भाजपा ने 115 और कांग्रेस 69 सीटें जीती। वहीं छत्तीसगढ़ में भाजपा को 54 सीटें मिली। जबकि कांग्रेस को 35 सीटों से ही संतोष करना पड़ा।