पटना: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने परिवार और पार्टी के सामने नई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। पहले तो उन्होंने अपनी पार्टी से अलग जाकर ‘लालू-राबड़ी मोर्चा’ के गठन का ऐलान कर दिया और अब उन्होंने अपने छोटे भाई और बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को दो दिन का अल्टिमेटम दे दिया है। तेज प्रताप ने तेजस्वी को अल्टिमेटम देते हुए कहा है कि वह उनके दो उम्मीदवारों के बारे में फैसला करें या फिर वह (तेज प्रताप) खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर इन सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर देंगे।
2019 लोकसभा चुनाव से ऐन पहले बागी तेवर अपनाने वाले तेज प्रताप ने तेजस्वी को अल्टिमेटम देते हुए कहा, शिवहर और जहानाबाद की सीट पर अपने दो उम्मीदवारों के बारे में निर्णय लेने के लिए मैं पार्टी को दो दिन का और समय दे रहा हूं। आप या तो इस पर निर्णय लीजिए या फिर मैं खुद निर्णय लूंगा। तेज ने तर्क देते हुए कहा, ‘जहानाबाद सीट से जिस सुरेंद्र यादव को टिकट दिया गया है, वह पिछले तीन चुनाव हार चुके हैं।
अगर लगातार हारने वाले प्रत्याशी को ही हम टिकट देंगे तो पार्टी आगे कैसे बढ़ेगी। मैं चाहता हूं कि तेजस्वी यादव यह समझें कि इन दोनों सीटों पर मेरी मांग जायज है। वे भी हमारे आदमी हैं।’ बता दें कि तेज प्रताप अपने दो करीबी सहयोगियों, जहानाबाद से चंद्र प्रकाश और शिवहर लोकसभा सीट से अंगेश को आरेजडी का उम्मीदवार बनाना चाहते हैं। उधर, आरजेडी के आंतरिक सूत्रों से पता चला है कि लोकसभा चुनाव से ऐन पहले तेज प्रताप के बगावती सुर पार्टी को चुनाव में खासा नुकसान पहुंचा सकते हैं।
पार्टी सूत्रों की माने तो यह लड़ाई अब वहां पहुंच गई है, जहां से या तो लालू प्रसाद यादव को खुद सख्त कदम उठाते हुए तेज प्रताप को पार्टी से निलंबित करना पड़ेगा या फिर यह लड़ाई पार्टी में बिखराव भी पैदा कर सकती है।