बांग्लादेश में हालात ठीक नहीं चल रहे हैं और वहां की राजनीति में भी स्थिरता नहीं है। ढाका में स्थित भारतीय वीजा सेंटर के बाहर हजारों बांग्लादेशियों ने जब वीजा नहीं मिलने पर गुस्सा जताया। ये लोग भारत की ओर जाने के लिए वीजा के इंतजार में थे और जब उन्हें वीजा नहीं मिला, तो उन्होंने हंगामा किया और भारत विरोधी नारे लगाए।
बांग्लादेश में लोग हालात के खराब होने के कारण विदेशों में जाने की कोशिश कर रहे हैं, खासकर भारत में आने की कोशिश कर रहे हैं। ढाका में भारतीय वीजा सेंटर के बाहर बड़ी भीड़ जुटी और जब उनका वीजा नहीं मिला, तो उन्होंने विरोध शुरू कर दिया। उनका कहना है कि उन्होंने महीनों पहले वीजा के लिए आवेदन किया था, लेकिन अब तक उन्हें वीजा नहीं मिला है।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि भारतीय वीजा सेंटर ने वीजा प्रक्रिया में जानबूझकर देरी की है। भारतीय वीजा सेंटर ने 13 अगस्त से सीमित वीजा सेवा शुरू करने की बात कही थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों के मुताबिक, इस तारीख के बाद भी उनकी वीजा आवेदनों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
इस बीच, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद वीजा सेवा प्रभावित हुई है। भारतीय वीजा सेंटर ने सीमित संचालन का फैसला लिया, लेकिन यह व्यवस्था भी पर्याप्त नहीं रही। नतीजतन, वीजा न मिलने से लोगों में निराशा और गुस्सा बढ़ गया है, जिससे प्रदर्शन की स्थिति और बिगड़ गई है।
संकट की इस स्थिति में, दोनों देशों के बीच वीजा प्रक्रिया को लेकर बेहतर समन्वय की आवश्यकता महसूस हो रही है।