संगम किनारे कुंभ के बहाने राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को हवा देने की कोशिश के तहत वीएचपी के धर्म संसद से पहले साधु-संतों में दो फाड़ हो गया है. विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित धर्म संसद में इसकी बानगी देखने को मिली जब संतों ने मंदिर निर्माण की तारीख बताने की मांग की और जब कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला इससे धर्म संसद में मौजूद संत हंगामा करने लगे.
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कुंभ मेला क्षेत्र में आयोजित विश्व हिंदू परिषद के धर्म संसद अधिवेशन के दूसरे दिन मंदिर निर्माण को लेकर कोई घोषणा नहीं हुई. जिसके बाद संतों ने राम मंदिर निर्माण की तारीख घोषित करने को लेकर हंगामा कर दिया. संतों ने विहिप कार्यकर्ताओं से बदसलुकी की.
धर्म संसद के दूसरे दिन महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानंद ने प्रस्ताव पढ़ा जिसमें मंदिर निर्माण को लेकर कोई घोषणा नहीं थी. महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानंद ने कहा आंदोलन का राजनीतिककरण न हो इस लिए कोई हंगामा नहीं करेंगे. जिसके बाद धर्म संसद में हंगामा हो गया. वहां मौजूद साधु-संतों ने राम मंदिर निर्माण की तारीख घोषित करने को लेकर हंगामा किया. साध्वी प्रियम्वदा ने 2020 में राम मंदिर निर्माण की बात की थी जिसका संतों ने विरोध कर हंगामा किया. मौजूद संतों ने कहा कि ये धर्म संसद नहीं धर्म संकट है.
राम मंदिर की अगुवाई की बात करने वाली विश्व हिंदू परिषद ने 31 जनवरी से कुंभ में दो दिन चलने वाले धर्म संसद का आयोजन किया गया है. हंगामा उस वक्त हुआ जब धर्म संसद में मौजूद लोगों ने मंदिर निर्माण की तारीख पूछी और जवाब न मिलने के बाद उग्र हो गए. किसी तरह सांधु-संत माने और उसके बाद धर्म संसद सुचारु रूप से चला.