जिनेवाः रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि वह और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन बुधवार को एक रचात्मक शिखर बैठक में अपने देशों के राजदूतों को उनके पदों पर वापस भेजने और परमाणु हथियारों को सीमित करने वाले दोनों देशों के बीच अंतिम संधि को बदलने के लिए बातचीत शुरू करने पर सहमत हुए.
पुतिन ने कहा कि वार्ता के दौरान कोई कटुता नहीं थी जो उम्मीद से कम समय में समाप्त हो गई. दोनों पक्षों ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि बैठक चार से पांच घंटे चलेगी लेकिन दोनों नेताओं के बीच बैठक तीन घंटे से भी कम समय चली. इसमें प्रारंभिक बैठक शामिल थी जिसमें दोनों राष्ट्रपति और दोनों के शीर्ष सहयोगी थे. बैठक समाप्त होने के बाद पुतिन ने अकेले ही संवाददाता सम्मेलन करके इसके परिणाम बताये जबकि बाइडन ने अलग से संवाददाताओं को संबोधित किया.
पुतिन ने स्वीकार किया कि बाइडन ने उनके साथ मानवाधिकारों के मुद्दों को उठाया, जिसमें विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी का मामला भी शामिल था. पुतिन ने नवलनी की जेल की सजा का बचाव किया और रूसी विपक्षी नेताओं के साथ दुर्व्यवहार को लेकर बार-बार पूछे जाने वाले सवालों पर अमेरिका में घरेलू उथल-पुथल का उल्लेख किया जिसमें ब्लैक लाइव्स मैटर विरोध प्रदर्शन और 6 जनवरी को कैपिटोल पर हुई हिंसा शामिल है
पुतिन ने कहा कि वह और बाइडन परमाणु हथियारों को सीमित करने वाली नयी ‘स्टार्ट’ संधि के 2026 में समाप्त होने के बाद इसे संभावित रूप से बदलने को लेकर वार्ता शुरू करने पर सहमत हुए. रूस की ओर से यूक्रेन के क्रीमिया पर कब्जा करने और पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादियों के समर्थन के जवाब में वाशिंगटन ने 2014 में मॉस्को के साथ वार्ता रोक दी थी. 2017 में वार्ता फिर शुरू हुई, लेकिन ट्रम्प प्रशासन के दौरान नयी ‘स्टार्ट’ संधि को विस्तार देने में सफलता नहीं मिली.
बैठक शुरू होने से पहले दोनों नेता कुछ समय के लिए मीडिया के समक्ष आए और इसे दो महान शक्तियों के बीच की बैठक करार दिया और कहा कि आमने-सामने की बैठक हमेशा बेहतर होती है. पुतिन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बैठक सार्थक रहेगी. हालांकि इस दौरान कैमरों के सामने दोनों नेता एक-दूसरे की तरफ सीधे देखने से बचते नजर आए.